गुमला : भरनो पलमाडीपा के समीप सड़क हादसा के वक्त मंत्री सुदर्शन भगत रांची चले गये थे, लेकिन पुन: वे रांची से भरनो प्रखंड लौटे. रात 12 बजे वे अस्पताल पहुंच कर मृतक के परिजनों से मिले.
सांसद प्रतिनिधि भोला चौधरी ने कहा कि सांसद गुमला से रांची जाने के क्रम में इस कारण रूक नहीं सके कि उन्हें हादसे की सही तरीके से जानकारी नहीं मिल पायी. चूंकि चालक गाड़ी चला रहा था, वह समझ नहीं सका और गाड़ी आगे बढ़ा दिया. रांची पहुंचने के बाद जब व्हाटसअप ग्रुप में कुछ समाचार चला, तो उन्हें पता चला कि हादसा हुआ है, तो वे अपने को रोक नहीं सके और रात को भरनो वापस आये. रिम्स भी गये. घायलों के इलाज की व्यवस्था करायी. इसलिए सांसद के खिलाफ अगर कोई गलत बयानबाजी कर रहा है, तो उन्हें पहले पूरे मामले का समझ लेना चाहिए.
भरनो हादसा : विपक्ष का सरकार पर हमला
जनता के साथ धोखा हो रहा है : गीताश्री
कांग्रेस की पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि सिसई प्रखंड से अवैध बालू उठ रहा है. पहले भी इसकी सूचना दी गयी है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. जिसका नतीजा है कि अवैध बालू लदे ट्रक से 13 लोगों की जान चली गयी. उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहती, तो अवैध बालू के कारोबार को रोक सकती है. लेकिन सरकार खुद इसमें शामिल है, इसलिए अवैध धंधे को नहीं रोक पा रही है. दुख लगता है कि दुर्घटना होती है, वहां से मंत्री पार होते हैं, लेकिन वे चंद मिनट भी रुकना मुनासिब नहीं समझते हैं.
सरकार के इशारे पर अवैध धंधा : जिग्गा
झामुमो के केंद्रीय सदस्य जिग्गा मुंडा ने कहा मैंने पहले भी आवाज बुलंद किया था. अवैध बालू का उठाव बंद हो, लेकिन यहां के अधिकारी सरकार के इशारे पर बालू उठाव करवा रहे हैं. जनता के मुलाजिम होकर जनता से धोखा किया जा रहा है. रात के अंधेरे में बालू को रांची भेजा जा रहा है. अगर प्रशासन चाहता, तो इस धंधे को रोक सकता है. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. एक ही गांव के 13 लोग मर गये. इसकी जिम्मेवारी कौन लेगी. इन लोगों का क्या कसूर था. ये तो खुशी मनाने गये थे, लेकिन इन्हें मौत मिली. उन्होंने मृतकों को उचित मुआवजा देने की मांग की.
स्पीकर आंख मूंदकर काम कर रहे : किरण
पूर्व राज्य मंत्री सह झापा के प्रधान सचिव अशोक कुमार भगत ने कहा कि यह झारखंड राज्य के लिए काला दिन साबित होगा. जब कोई रास्ते पर तड़प रहा है और वहां से पार हो रहे मंत्री को थोड़ी भी तरस नहीं आयी. श्री भगत ने कहा कि ऐसे मंत्री को तो स्वत: इस्तीफा दे देना चाहिए. जिला परिषद अध्यक्ष किरण माला बाड़ा ने कहा कि भरनो सिसई विस क्षेत्र में आता है. इसके विधायक दिनेश उरांव हैं, जो राज्य में स्पीकर हैं. लेकिन इतनी बड़ी घटना के बाद भी वे दोपहर तक नजर नहीं आये. जबकि घटना के तुरंत बाद उन्हें आना चाहिए था. स्पीकर के क्षेत्र में अवैध कारोबार हो रहा है और स्पीकर आंख मूंदे हुए हैं.
सुदर्शन भगत को इस्तीफा दे देना चाहिए : रमेश
कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष रमेश कुमार चीनी ने कहा कि यह दुख की बात है कि एक केंद्रीय मंत्री तड़पते लोगों को छोड़ कर रांची चले गये. जब मामला मीडिया में आया, तब वे रिम्स गये और भरनो पहुंचे. नहीं तो उन्हें जनता से तो कोई मतलब ही नहीं रहा. सुदर्शन भगत को इस मामले में इस्तीफा दे देना चाहिए. जो प्रतिनिधि जनता के बारे सोच नहीं सकता, उन्हें मंत्री व सांसद रहने का कोई अधिकार नहीं है.