सेंचुरियन : भारत ने अंतिम घंटे में पांच रन के अंदर तीन विकेट झटककर दूसरे टेस्ट के शुरूआती दिन स्टंप तक दक्षिण अफ्रीका के 269 रन तक छह विकेट हासिल कर नाटकीय वापसी की. हाशिम अमला (82) और ऐडन मार्कराम (94) की संयमित पारियों के बाद मेहमान टीम ने आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के तीन अहम विकेट चटकाने से वापसी की.
दिन का खेल समाप्त होने तक कप्तान फाफ डु प्लेसिस 24 (77 गंद में तीन चौके) और केशव महाराज 10 रन बनाकर क्रीज पर डटे थे. भारतीय तेज गेंदबाज जहां इस विकेट पर प्रभावित करने में असफल रहे, वहीं अश्विन (90 रन देकर तीन विकेट) ने सफलता प्राप्त कर मार्कराम, डीन एल्गर (31) और क्विंटन डि कॉक (शून्य) को पवेलियन की राह दिखायी. मार्कराम जहां अपने घरेलू मैदान पर शतक जड़ने से चूक गये, उनकी पारी के बाद अमला की बदौलत मेजबान टीम अच्छे स्कोर की ओर बढ़ रही थी.
लेकिन 13 गेंद के अंदर दो रन आउट और अश्विन के एक विकेट से दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 246 रन से छह विकेट पर 251 रन हो गया जिससे भारत ने अंतिम एकादश में सवालिया चयन की भरपायी करते हुए मैच पर नियंत्रण बनाया. चाय के बाद अमला और एबी डिविलियर्स (20) ने तीसरे विकेट के लिये 51 रन की भागीदारी निभायी। मेजबान टीम ने 64वें ओवर में 200 रन पूरे किये, लेकिन ऐसा डिविलियर्स का विकेट गंवाने के तुरंत बाद हुआ जो इशांत शर्मा (32 रन देकर एक विकेट) की गेंद बोल्ड हुए.
अमला ने फिर डु प्लेसिस के साथ 47 रन जोड़े और इस दौरान उन्होंने 99 गेंद में अपना 36वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया. 81वें ओवर में अमला साथी डु प्लेसिस के साथ एक रन को लेकर हुई गफलत में रन आउट हो गये. हार्दिक पंड्या (37 रन देकर कोई विकेट नहीं) ने अपनी गेंदबाजी में नान स्ट्राइकर छोर से उन्हें रन आउट करने में जरा भी चूक नहीं की। दो गेंद बाद अश्विन ने डि काक को शून्य के स्कोर पर स्लिप में कैच आउट कराया.
वर्नोन फिलैंडर (शून्य) 83वें ओवर की अंतिम गेंद पर रन आउट हुए, वह एक रन लेने के लिये भाग लिये जबकि नान स्ट्राइकर छोर पर खड़े डु प्लेसिस उन्हें रन नहीं लेने का इशारा कर रहे थे. भारत ने 87वें ओवर में नयी गेंद ली, लेकिन इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने कोई विकेट नहीं गंवाया. इससे पहले सलामी बल्लेबाज मार्कराम की 94 रन की पारी बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने चाय तक दो विकेट पर 182 रन बना लिये थे. अपनी पारी के दौरान उन्होंने 150 गेंद का सामना करते हुए 15 चौके जमाये. लंच तक दक्षिण अफ्रीका का 78 रन तक कोई विकेट नहीं गिरा था.
मार्कराम और डीन एल्गर (31) पहले विकेट के लिये साझेदारी आगे बढ़ाते हुए 85 रन तक पहुंचे कि अश्विन ने भारत को पहला विकेट दिलाया. एल्गर ने अश्विन की गेंद पर शाट खेलने का प्रयास किया और यह मुरली विजय के हाथों में समां गया. भारत ने फिर शार्ट गेंद से अमला को परेशान करना शुरू किया और इस दौरान आफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों से उन्हें ललचाना भी शुरू किया.
जसप्रीत बुमराह (57 रन देकर कोई विकेट नहीं) हालांकि इस स्पैल में प्रभावित नहीं कर सके और बल्लेबाजों को परेशानी में डालने के लिये सही लाइन एवं लेंथ हासिल नहीं कर सके. मोहम्मद शमी (46 रन देकर कोई विकेट नहीं) का हाल भी ऐसा ही रहा जिससे भारत को इशांत और अश्विन को आक्रमण पर लगाना पड़ा. अमला और मार्कराम दूसरे विकेट के लिये 63 रन जोड़ चुके थे. मार्कराम ने आउट होने पर डीआरएस समीक्षा की मांग की लेकिन वह थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे क्योंकि बल्ले का किनारा लगने पर थोड़ा संशय था.
लेकिन मैदानी अंपायर के फैसले को बदलने का कोई कारण नहीं दिखा. दक्षिण अफ्रीका ने 36वें ओवर तक 100 रन पूरे किये और 47वें ओवर तक उन्होंने 150 रन बना लिये. अमला जब 30 रन के स्कोर पर थे, उन्हें जीवनदान मिला। 51वें ओवर में इशांत की गेंद पर विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने उनका कैच छोड़ दिया. वहीं शमी को हल्के सिरदर्द महसूस हो रहा था जिससे वह उपचार के लिये ड्रेसिंग रूम गये और फिर वापस आ गये. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने लंच तक बिना विकेट गंवाये 78 रन बनाये.
एल्गर और मार्कराम ने नयी गेंद से गेंदबाजी करने वाले भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के खिलाफ सतर्कता से शुरूआत की. शमी एक बार फिर अपने पहले स्पैल में रंग में नहीं दिखे, केप टाउन की तरह उन्होंने अपने चार ओवरों में 23 रन लुटा दिये. दोनों कोई मौका नहीं बना सके और बदलाव के तौर पर आठवें ओवर में इशांत शर्मा को लगाया गया, जिन्होंने एल्गर को परेशान किया और अपने पहले स्पैल में पूरे समय ऐसा करना जारी रखा. हार्दिक पंड्या 13वें ओवर में गेंदबाजी के लिये आये लेकिन बल्लेबाजों को उनके खिलाफ जरा भी दिक्कत नहीं आयी.
20वें ओवर में जब आर अश्विन को लगाया गया, तब तक भारत एक घंटे के अंदर अपने सभी मुख्य गेंदबाजों को आक्रमण पर लगा चुका था. भारत ने अंतिम एकादश में तीन बदलाव किये, उसने बल्लेबाजों के मुफीद पिच को देखते हुए लोकेश राहुल को शिखर धवन की जगह और इशांत शर्मा को भुवनेश्वर कुमार की जगह शामिल किया. वहीं रिद्धिमान साहा को मांसपेशियों में खिंचाव के कारण अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया, उनकी जगह पार्थिव पटेल को विकेटकीपिंग के लिये उतारा गया.