न्याय, न्यापालिका के हित में काम किया : कुरियन जोसेफ
कोच्चि: मुकदमे के ‘‘चुनिंदा’ तरीके से आवंटन और कुछ न्यायिक फैसले के विरुद्ध देश के प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ एक तरह से बगावत का कदम उठाने वाले उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों में एक न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ ने आज भरोसा जताया कि उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं उनका समाधान होगा. उनके और तीन अन्य न्यायाधीशों के प्रेस कांफ्रेंस के एक दिन बाद जोसेफ ने कहा कि उन्होंने न्याय और न्यायपालिका के हित में काम किया.
स्थानीय न्यूज चैनलों ने कल के घटनाक्रम पर उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए यहां के निकट कलाडी में उनके पैतृक घर का रुख किया तो न्यायमूर्ति जोसेफ ने कहा, ‘‘न्याय और न्यायपालिका के पक्ष में खड़े हुए. यही चीज कल वहां (नयी दिल्ली में) हमने कहा.’ उन्होंने कहा, ‘‘एक मुद्दे की ओर ध्यान गया है. ध्यान में आने पर निश्चित तौर पर यह मुद्दा सुलझ जाएगा.’ न्यायमूर्ति जोसेफ ने कहा कि ‘‘न्यायाधीशों ने न्यायपालिका में लोगों का भरोसा जीतने के लिए यह किया.’
जजों के बीच के विवाद मामले में यह खबर आज सुबह मीडिया में आयी कि जस्टिस जस्ती चेलमेश्वर आज मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा से मिलेंगे, ताकि विवाद सुलझे. हालांकि बाद में फिर यह खबर आयी कि दोनों आज नहीं मिलेंगे. दीपक मिश्रा के बाद चेलमेश्वर सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश है. दोनों अगर मिलकर बात करेंगे तो कामकाज को लेकर उत्पन्न स्थिति बदल सकती है.
चेलमेश्वर के आॅफिस के सूत्रों ने बताया कि मुख्य न्यायाधीश पर आरोप लगाने वाले बाकी तीन जज अभी दिल्ली से बाहर हैं, इसलिए वे सीजेआइ दीपक मिश्रा से आज मिलने के इच्छुक नहीं हैं.
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन आज करेगा प्रेस कान्फ्रेंस
शनिवार को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने चार जजों के आरोपों को लेकर एक मीटिंग बुलायी है. इस मीटिंग में जस्टिस जस्ती चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ द्वारा मुख्य न्यायाधीश पर लगाये गये आराेपों पर विचार किया जाएगा. साथ ही इस संबंध में एक प्रेस कान्फ्रेंस कर मीडिया को जानकारी दी जाएगी. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा है कि प्रेस कांफ्रेंस करने वाले जजों को ठोस बातें कहनी चाहिए थी. लोगों में मन में आशंका उत्पन्न कर देना न्यायपालिका के हित में नहीं होगा. उन्होंने जज लोया को लेकर भी कुछ नहीं कहा.
If they had to come for a PC then they should have said something substantial. Just creating doubts in the minds of people will not serve the interest of the judiciary. This was not properly planned. They didn't say anything about justice Loya: Vikas Singh, SC bar Assoc President pic.twitter.com/k1kVKMnXiJ
— ANI (@ANI) January 13, 2018
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्राकी कार सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के आवास बाहर दिखी. नृपेंद्र मिश्रा का चीफ जस्टिस के घर से बाहर आते मीडिया में तसवीरें आयी हैं. सूत्रों का कहना है कि नृपेंद्र मिश्र मुख्य न्यायाधीश के आवास के बाहर पांच मिनट रुके लेकिन उनकी मीटिंग दीपक मिश्रा के साथ नहीं हो सकी. इस कारण उन्हें वहां से बैरंग लौटना पड़ा. प्रधानमंत्री मोदी के प्रधानमंत्री सचिव नृपेंद्र मिश्र की कार मुख्य न्यायाधीश के घर के बाहर दिखने के संबंध में बताया गया है कि उनकी कार से एक सहायक मुख्य न्यायाधीश के आवास के अंदर गया और कुछ मिनटों में वापस आ गया, जिसके बाद नृपेंद्र मिश्र की कार वहां से रवाना हो गयी. इस संंबंध में नृपेंद्र मिश्र क ओर से बताया गया कि वे नये साल का ग्रिटिंग देने के लिए मुख्य न्यायाधीश के घर के बाहर रुके थे.
Principal Secretary to PM, Nripendra Misra, seen outside Chief Justice of India Dipak Misra’s residence in Delhi. pic.twitter.com/5C2PVvO36T
— ANI (@ANI) January 13, 2018
सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों द्वारा मीडिया के सामने आकर मुख्य न्यायाधीश पर सुप्रीम कोर्ट प्रशासन, न्यायिक आदेश के संबंध में गंभीर आरोप लगाये जाने के संबंध में इस गतिविधि को अहम माना जा रहा है. जजों का कहना था कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश को समझाने की कोशिश की लेकिन वे इसमें विफल रहे, ऐसे में मीडिया के माध्यम से अपनी बात कह रहे हैं, ताकि कल कोई यह नहीं कहे कि हमने अपनी आत्मा बेच दी.
वहीं, अटाॅर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने इस मामले में आज अपने घर से निकलते हुए मीडिया से कहा कि हमें उम्मीद है कि यह मामला अच्छे से सलट जायेगा. वेणुगोपाल ने इस विवाद के बाद कल भी मुख्य न्यायाधीश से भेंट की थी. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले में कल कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से बात की थी और जानकारी ली थी.
Delhi: Attorney General K K Venugopal leaves from his residence, says, 'let us hope everything goes down very well.' pic.twitter.com/YjzIGD2Bpw
— ANI (@ANI) January 13, 2018
सरकार से जुड़े दो अहम शख्सियतों की आज की गतिविधि व बयान से यह संकेत मिलता है कि इस विवाद को सुलझाने के लिए सरकार सक्रिय है.