भभुआ नगर : जिले में पिछले छह माह से बालू की किल्लत लगातार बरकरार है. सरकार ने बालू की कीमतों को कम करने के लिए जो कवायद शुरू की थी उसका असर अभी नहीं दिख रहा है. झारखंड से चोरी छिपे बालू बाजार में पहुंच रहा है. कई व्यवसायियों ने बताया कि इन दिनों बाजार […]
भभुआ नगर : जिले में पिछले छह माह से बालू की किल्लत लगातार बरकरार है. सरकार ने बालू की कीमतों को कम करने के लिए जो कवायद शुरू की थी उसका असर अभी नहीं दिख रहा है. झारखंड से चोरी छिपे बालू बाजार में पहुंच रहा है. कई व्यवसायियों ने बताया कि इन दिनों बाजार में झारखंड से आनेवाला ही बालू बिक रहा है. इसके बावजूद बालू का भाव पिछले एक माह से साढ़े छह हजार पर आकर स्थिर हो गया है. हालांकि, कारोबारियों द्वारा बताया जा रहा है कि सोन से बालू धीरे-धीरे निकलना शुरू हो गया है और अगले कुछ दिनों में रेट कम होने की संभावना है.
एक ट्रक बालू की कीमत बाजार में इन दिनों 60 हजार रुपये है. इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ कहने को तैयार नहीं.
पिछले तीन माह से निर्माण पर ब्रेक : पिछले माह दो नवंबर से ही सरकार ने बालू के खनन व उसकी ढुलाई पर रोक लगा दी है, जिसके बाद शहर सहित पूरे जिले में भवन निर्माण व मरम्मत संबंधित कार्य अचानक ठप पड़ गया है. बालू की कमी से आमलोग, ठेकेदार, व्यवसायी व मजदूर वर्ग भी परेशान हैं. इन दिनों सरकारी सहित निजी निर्माण कार्य पर भी ब्रेक लग चुका है. बालू की समस्या को लेकर शहर के पंकज कुमार, पीयूष सिंह आदि ने बताया कि सरकार की नयी नीति के तहत अब भी बालू को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. बाजार में बालू के भाव काफी चढ़े हुए हैं. इसलिए निर्माण कार्य रूक गया है.