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इस्राइली PM नेतन्याहू का भारत दौरा 14 से, PM मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता 15 को

नयी दिल्ली : इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू 14 जनवरी को भारत की छह दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं और उनकी इस यात्रा के दौरान दोनों देश रक्षा, कृषि, जल संरक्षण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आंतरिक सुरक्षा समेत द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा करेंगे. विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव डाॅ बी बाला […]

नयी दिल्ली : इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू 14 जनवरी को भारत की छह दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं और उनकी इस यात्रा के दौरान दोनों देश रक्षा, कृषि, जल संरक्षण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आंतरिक सुरक्षा समेत द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा करेंगे.

विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव डाॅ बी बाला भास्कर ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू 14 से 19 जनवरी को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं. उनकी यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और इस्राइल अपने राजनयिक संबंधों की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई 2017 में इस्राइल की यात्रा पर गये थे और अब नेतन्याहू भारत की यात्रा पर आ रहे हैं.

भारत यात्रा के दौरान बेंजामिन नेतन्याहू दिल्ली, आगरा, अहमदाबाद और मुंबई जायेंगे. उनके साथ एक कारोबारी शिष्टमंडल भी भारत आ रहा है. अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और नेतन्याहू के बीच 15 जनवरी को द्विपक्षीय वार्ता हागी. इसके बाद इस्राइली प्रधानमंत्री राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भेंट करेंगे. नेतन्याहू की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात का भी कार्यक्रम है. 16 जनवरी को प्रधानमंत्री नेतन्याहू रायसिना डायलॉग में भाग लेंगे. 17 जनवरी को उनका गुजरात में कृषि क्षेत्र में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र जाने का कार्यक्रम है. 18 जनवरी को इस्राइली प्रधानमंत्री मुंबई जायेंगे जहां उनका कारोबार संबंधी बातचीत का कार्यक्रम है. 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इस्राइली प्रधानमंत्री दूसरे भारत इस्राइल सीईओ फोरम की बैठक में हिस्सा लेंगे.

बाला भास्कर ने बताया कि पिछले तीन वर्षो में दोनों देशों के बीच काफी उच्च स्तरीय आदान-प्रदान हुए हैं. सबसे पहले तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस्राइल गये थे और इसके बाद इस्राइली राष्ट्रपति रेवलीन भारत आये थे.। उन्होंने बताया कि जनवरी 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद संबंध काफी मजबूत हुए हैं. दोनों देशों के बीच कृषि, जल, अंतरिक्ष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, रक्षा, आंतरिक सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग काफी घनिष्ठ हुए हैं. हमने अपने संबंधों को सामरिक स्तर का किया है. उन्होंने बताया कि इस्राइल के सहयोग से भारत के 11 राज्यों में कृषि संबंधी 28 उत्कृष्ठता केंद्र स्थापित हुए हैं. दोनों देशों के बीच संबंधों में जल और कृषि एक महत्वपूर्ण आयाम बनकर उभरा है.

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