रांची : रांची के होटवार स्थित सेंट्रल जेल में चारा घोटाला मामले में बंद राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सेवा के लिए पहुंचे उनके दो सेवादार मदन यादव एवं लक्ष्मण महतो जेल से बाहर आ गये हैं.इसकी पुष्टि जेल अधीक्षक अशोक चौधरी ने की.हालांकियहस्पष्ट नहींहैकि दोनोंजेलसे आने के बाद कहांहैं. पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं है. मदन यादव के रिश्ते के भतीजे सुमित यादव ने एक फर्जी शिकायत पुलिस थाने में अपने चाचा के साथ लक्ष्मण महतो के खिलाफ की थी, जिसके आधार पर दोनों जेल भेजे गये थे. सुमित ने मारपीट करने व पैसे छिनने का आरोप लगाया था. इस घटना के मीडिया में तूल पकड़ने के बाद सुमित भी गायब है. इन लोगों ने मिल कर एक साजिश रची थी ताकि फर्जी केस में जेल पहुंच कर अपने नेता लालू यादव की सेवा की जा सके.
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एक क्षेत्रीय न्यूज चैनल के अनुसार, मदन यादव का फोन ऑन है, लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा है, वहीं लक्ष्मण महतो का फोन ऑफ है. उधर, रांची पुलिस ने जांच के बाद सुमित के केस को फर्जी बता दिया है. सुमित ने एफआइआर में जहां अपना नाम सुमित यादव लिखाया था, वहीं वह फेसबुक पर सुमित सिंह के नाम से सक्रिय है. उसने 23 दिसंबर को रांची के लोअर बाजार थाने में मदन यादव एवं लक्ष्मण महतो के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी.
इस मामले में सिटी डीएसपी राजकुमार मेहता लोअर बाजार थाने में तैनात दारोगा सीबी सिंह की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं. रांची के हिनू इलाके स्थित मदन यादव के घर के आसपास भी उसके बारे में कोई कुछ नहीं बोलना चाहते हैं.