पटना : जन अधिकार पार्टी के नेता और संरक्षक सांसद पप्पू यादव अपना इस्तीफा लोकसभा अध्यक्ष को सौंपेंगे. पप्पू यादव ने मीडिया से बातचीत में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री को भी इस बाबत एक पत्र लिखेंगे. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में मुझको होम सेक्रेटरी और प्रिंसिपल सेक्रेटरी कीओर से दबावदिया जा रहा है. एडीएमकोउनकी ओर से कहा गया है कि हम जो लिखकर भेजेंगे वह आप केस करें. उन्होंने मीडिया को कहा कि आपलोग सब समझ रहे हैं, इसके पहले कंकड़बाग में मुझ पर केस करवाया गया. सहरसा, मधेपुरा के दो लाश थे.
पप्पू यादव ने पूछा कि अब क्या किसी जनप्रतिनिधि को यह राइट नहीं है, संवैधानिक राइट नहीं है कि वह गरीब आदमी से जाकर मिले. किसी की आर्थिक मदद करे. यदि यह एक संवैधानिक राइट एक सांसद को नहीं है, तो मैं आज ही लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखने जा रहा हूं और प्रधानमंत्री जी को. मेरा इस्तीफा स्वीकार करिए. सरकार, मेडिकल, एजुकेशन माफिया मिलकर मरवाने की साजिश कर रहे हैं. सरकार लगातार धमकी दिलवा रही है कि पप्पू यादव किसी डॉक्टर के यहां जाकर किसी गरीब की मदद न करे. मेरे पास दो ही रास्ते हैं, या तो मैं जंगकरूं या फिर इस्तीफा दूं. यदि कोई डॉक्टर और शिक्षा माफिया गरीब को लूटता है, तो हम उसकी मदद करेंगे. राजनीतिक नेता और माफिया मिलकर बिहार को समाप्त करने की तैयारी में हैं. पूरे सिस्टम को हैंग करने की जरूरत है. पप्पू यादव ने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार, एजुकेशन माफिया और मेडिकल माफिया साथ मिलकर मेरी हत्या करवाने की साजिश कर रही है. मगर हम इनसे डरने वाले नहीं है. हम गरीब, वंचित, शोषित और उपेक्षित लोगों के लिए सड़क से सदन तक लड़ रहे हैं और अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे. इन बेईमान लुटेरों को जो करना है, कर ले. मानवता के लिए संघर्ष के पथ से हम हटने वाले नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि मेरी समझ में ये नहीं आता कि गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करना भी इस देश में गुनाह हो गया है क्या? मेरी जिंदगी का मकसद तो सेवा है. मुझे कुर्सी का मोह नहीं, चाहत है आपके मुस्कुराते चेहरे को देखना का. आपके जिंदगी की खुशियों को इन्हीं कुर्सी धारियों ने मसीहा का ढोंग कर छीना है. मैं तो आपका सेवक हूं, और अंतिम सांस तक आपकी सेवा में हूं. पप्पू यादव के इस बयान से बिहार में राजनीतिक तूफान आने की संभावना है और पप्पू यादव के समर्थकों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है.
इससे पूर्वपार्टीके प्रवक्ता ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा किपप्पूयादव ने आपका सेवक आपके द्वार अभियान के तहत मरीजों और उनके परिजनों की समस्याएं सुनी थीं. मरीजों की बीमारी के संबंध में संबंधित डॉक्टरों से बातचीत भी की थी. इस दौरान सांसद ने करीब एक सौ मरीजों को दवा के लिए आर्थिक मदद भी की थी. पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि सांसद के खिलाफ शास्त्रीनगर थाना में प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव में मुकदमा दर्ज किया गया है. आइजीआइएमएस के एक वरीय अधिकारी ने माना है कि प्रशासनिक दबाव में उन्होंने सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है, जबकि सांसद ने कोई भी कार्य कानून के दायरे के बाहर नहीं किया था.
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