लगातार नौ दिनों तक सुबह में एक घंटा 45 मिनट तक दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से विमानों का परिचालन बंद रहेगा. गणतंत्र दिवस की तैयारियों के चलते इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को 18 से 26 जनवरी के बीच हर दिन एक घंटा 45 मिनट तक बंद रखने का निर्देश प्राप्त हुआ है.
बताया जा रहा है कि इसके चलते हर दिन 100 से भी ज्यादा उड़ानें प्रभावित होंगी या उन्हें रद्द करना पड़ सकता है. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड से कहा गया है कि वह इस अवधि के दौरान 10.30 बजे सुबह से 12.15 बजे अपराहन तक एयरपोर्ट से कोई भी उड़ान संचालित नहीं होने दे. अमूमन होता यह है कि हवाई अड्डा बंद रखने की ऐसी स्थिति में अधिकतर उड़ानों का समय बदल दिया जाता है. लेकिन इस बार इन नौ दिनों के दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर कोई भी स्लॉट उपलब्ध नहीं रहेगा. पिछले साल तक उड़ानों का समय बदलने की अनुमति थी, लेकिन इस बार इसकी भी अनुमति नहीं दी गयी है.
हालांकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर यह आदेश अभी लागू नहीं होगा. उनका समय बदला जा सकता है. यह पहली बार है जब दिल्ली एयरपोर्ट ने घरेलू एयरलाइनों को गणतंत्र दिवस की तैयारी वाले दिनों के दौरान नौ दिनों के लिए उड़ानें रद्द करने को कहा है. देश की सभी एयरलाइंस कंपनियां इस फैसले से खुश नहीं हैं. उनका मानना है कि इस आदेश की वजह से उन्हें यात्रियों का गुस्सा झेलना पड़ेगा.
पहले छह दिन के लिए होती थी विमानों की उड़ानें बंद, इस बार नौ दिन रहेगी
गणतंत्र दिवस के अवसर पर सुरक्षा के मद्देनजर पहले नो फ्लाई जोन की अवधि छह दिनों की होती थी. इस बार सरकार ने इसे बढ़ाते हुए नौ दिनों का कर दिया है. इस अवधि में आसमान में किसी भी तरह के ड्रोन को भी उड़ान भरने की इजाजत नहीं होगी. सुरक्षा को लेकर दिल्ली और केंद्र सरकार कोई भी चूक नहीं रखना चाहती, जिसके मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है.
एयर इंडिया के कर्मचारी खुश नहीं
जाहिर सी बात है कि एयरलाइंस कंपनियां इस निर्देश से खुश नहीं हैं. एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘हम इस मामले को दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सामने उठायेंगे. अचानक इस तरह से उड़ानें रद्द नहीं की जा सकतीं.’ अन्य एयरलाइनों ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.