नयी दिल्ली : तीन तलाक बिल पर राज्यसभा में गुरुवार को जोरदार हंगामा हुआ, जिसकी वजह से राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. कांग्रेस तीन तलाक बिल को संसदीय समिति को भेजने की मांग पर अड़ी रही, वहीं सरकार इसे शीतकालीन सत्र में ही पारित कराने को लेकर अपने स्टैंड पर डटी रही.
सदन में हंगामा बढ़ता देख उपसभापति ने सदस्यों को समझाने की कोशिश करते हुए कहा कि अगर बिल में कोई तकनीकी खामी है तो संशोधन किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से रखे गये संशोधन, प्रस्ताव की तरह हैं. इसपर, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने बिल में संशोधन पर वोटिंग कराने की मांग की.
इसपर, जेटली ने कहा कि कांग्रेस सुधार के बहाने तीन तलाक बिल को लटकाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रस्ताव 24 घंटे पहले दिया जाना था. सदन में कहा जा रहा है कि ज्यादातर सदस्य इस बिल के खिलाफ हैं.
शीत सत्र में बिल के लिए अंतिम दिन
शीत सत्र का आखिरी दिन है. अगर आज भी गतिरोध जारी रहा तो बिल के लटकने के पूरे आसार हैं. कांग्रेस ने कहा, ‘हम इस बिल के लिए सरकार की मदद करना चाहते हैं, लेकिन वह हमारी बात भी माने. इस बिल में मुस्लिम महिलाओं को खत्म करने के प्रावधान हैं.’ कांग्रेस समेत 18 पार्टियां बिल में पति को तीन साल की सजा समेत कुछ अन्य प्रावधानों का विरोध कर रही है.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम बिल के हक में हैं लेकिन इसमें महिला विरोधी प्रावधान हैं, जिसका हम विरोध कर रहे हैं. पति अगर जेल में रहेगा तो उसकी पत्नी को खाना कौन खिलायेगा?