देवघर : समाज में अंधविश्वास का कहर थम नहीं रहा है. बच्चे बीमार हों या मवेशी बीमार हो जाये, इलाज नहीं कराकर डायन की करतूत पर ज्यादा विश्वास कर रहे हैं. हर दिन इस प्रकार की घटनाएं हो रही है. डायन कह कर अपमानित करने का मामला सारवां थाना क्षेत्र की एक महिला ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दाखिल की है. इसमें कहा है कि वह गरीब महिला है किसी तरह मजदूरी करके गुजर बसर करती है.
गांव के परमेश्वर दास का बैल बीमार था तो तांत्रिक ने डायन की करतूत की आशंका जतायी. इसकी जानकारी मिलने के बाद गांव के परमेश्वर दास, रोहित दास, देबु दास, बलवीर दास व सुशीला देवी महिला के घर पर आ धमके व गाली-गालौज करने लगे. विरोध करने पर बाल पकड़ कर जमीन पर पटक दिया.
कहा है कि महिला को मैला पिलाया व उसके बाल काट लिये. साथ ही साड़ी का आंचल काट लिया व डायन प्रभाव खत्म करने के लिए कटे बाल व आंचल को चौक पर जला दिया. इसकी शिकायत थाना में दर्ज नहीं करने पर कोर्ट की शरण ली है. इसे पंजीकृत कर सुनवाई के लिए रखा गया है.