दुमका : आॅल इंडिया आंगनबाड़ी वर्कर्स फेडरेशन के आह्वान पर हक व अधिकार के लिए लंबे समय से मांग करते आ रहे आंगनबाड़ी कर्मियों ने बुधवार को समाहरणालय परिसर में धरना व प्रदर्शन कर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चिंतामणि मंडल ने कहा कि सरकार महिला कर्मियों से काम तो लेती है लेकिन उस हिसाब से मानेदय नहीं देती है. अभी तक आंगनबाड़ी कर्मियों का मानदेय बकाया है. आवाज उठाने के बाद भी किसी तरह की सुनवाई नहीं की जाती है.
केंद्र और राज्य सरकार की इसी अनदेखी के कारण पूरे देश में आंदोलन की शुरुआत की जा रही है. उन्होंने कहा कि 17 जनवरी को सामूहिक हड़ताल और 30 जनवरी को जेल भरो आंदोलन किया जायेगा. संगठन की नेत्री नमिता रानी गोराई ने कहा कि सालों से काम करती आ रही महिला कर्मियों को अभी तक सरकारी दर्जा तो दूर सम्मानजनक मानदेय तक नहीं दिया जा रहा है. आंदोलन के बाद केवल आश्वासन देकर सरकार आगे के लिए सोचना बंद कर देती है. अब ऐसा नहीं होगा. आर-पार की लड़ाई लड़ी जायेगी. आंदोलन व संघर्ष के जरिये अपना हक और अधिकार हासिल किया जायेगा. धरना-प्रदर्शन में एलिजाबेथ सोरेन, नसीमा खातून, पुष्पा देवी, संयोगिता मुर्मू, पुनीता कुमारी, शहनाज प्रवीण, मीना देवी आदि मौजूद थे.