आइएमए का ब्लैक डे. कई जगहों पर बंद कराया ओपीडी, 1130 रजिस्ट्रेशन हुआ, 600 का ही हो पाया इलाज
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पीएमसीएच से लौटे आधे मरीज, हड़ताल से परेशानी
आइएमए का ब्लैक डे. कई जगहों पर बंद कराया ओपीडी, 1130 रजिस्ट्रेशन हुआ, 600 का ही हो पाया इलाज आएमए के राष्ट्रीय आह्वान पर धनबाद में भी सरकारी व गैरसरकारी चिकित्सकों ने ब्लैक डे मनाया. चिकित्सकों के ओपीडी में विरोध के कारण दूर-दराज से आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. धनबाद […]
आएमए के राष्ट्रीय आह्वान पर धनबाद में भी सरकारी व गैरसरकारी चिकित्सकों ने ब्लैक डे मनाया. चिकित्सकों के ओपीडी में विरोध के कारण दूर-दराज से आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
धनबाद : पीएमसीएच में दोपहर 12 बजे तक 1130 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ, लेकिन इसमें छह सौ मरीजों को ही ओपीडी में देखा गया. आधे मरीजों को लौटना पड़ा. इसके बाद पीएमसीएच सहित कई जगहों में दोपहर 12 बजे आइएमए के पदाधिकारियों ने पहुंच कर ओपीडी बंद करा दिया. आइएमए ने धनबाद में हड़ताल को सफल बताया.
पर्ची लेकर ओपीडी के मरीज गये इमरजेंसी : हड़ताल में चिकित्सकों ने इमरजेंसी सेवा को बाधित नहीं करने की घोषणा की थी, इस कारण ओपीडी में पर्ची कटाने वाले कईआइएमए ने जाकर मरीजों को इमरजेंसी भेज दिया गया. यहां इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ने से अफरा-तफरी का माहौल हो गया. शाम पांच बजे तक मरीजों को देखा गया.
कुछ जगहों पर चुपके कर रहे जांच, आइएमए नाराज : बंद के आह्वान के बावजूद शहर के कुछ जगहों पर निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सक चुपके ओपीडी में मरीजों को देख रहे थे. सूचना मिलने पर आइएमए के पदाधिकारियों ने चिकित्सक से जानकारी ली. पदाधिकारियों की नाराजगी के बाद चिकित्सक ने भी जल्दी से ओपीडी बंद कर दिया. हीरापुर में एक स्कीन के चिकित्सक, बैंकमोड़ में एक जेनरल फिजिसियन भी बंद के बावजूद ओपीडी में मरीजों को देखा. इससे आइएमए के पदाधिकारियों ने नाराजगी जतायी.
पीएमसीएच @ 12 बजे
पीएमसीएच के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीज पर्ची ले रहे थे. ओपीडी में चिकित्सक मरीजों को देख रहे थे. बाहर मरीजों की कतार थी. तभी आइएमए के सचिव डॉ सुशील कुमार सहित अन्य पदाधिकारी पीएमसीएच पहुंचे. पदाधिकारी अस्पताल प्रबंधन से बात कर ओपीडी को बंद कराने लगे. कुछ देर में ही चिकित्सक भी गेट के बाद आकर बिल का विरोध करने लगे. अंदर में मरीजों की संख्या बढ़ गयी. निरसा के बेनागोड़िया आये सीमांत दत्ता वापस लौट गये, उन्हें पेट में दर्द था. वहीं केंदुआ की विनोद रजक अपनी बच्ची रिया कुमारी को दिखाने आये हैं, एक घंटे इंतजार के बाद वह भी लौट गये.
पीएमसीएच @ 4 बजे
द्वितीय पाली के ओपीडी में कोई भी चिकित्सक अपने कक्ष में नहीं थे. मेडिसिन, शिशु रोग, दंत, हड्डी रोग, इएनटी, सर्जरी आदि कक्ष में चिकित्सक नहीं थे. हालांकि रजिस्ट्रेशन काउंटर खुला था. यहां से पर्ची कटाकर लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा था. शाम पांच बजे से अस्पताल परिसर खाली हो गया.
आइएमए ने ब्लैक डे को सफल बताया
रेड क्रॉस सोसाइटी में आइएमए के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ब्लैक डे को सफल बनाया. जिला सचिव डॉ सुशील कुमार ने बताया कि हड़ताल सफल रही. लड़ाई में हमारी जीत हुई है. हमारी लड़ाई सरकारी की नीतियों के खिलाफ है, मरीजों से नहीं. किसी मरीज को परेशानी हुई हो तो हम खेद प्रकट करते हैं. मौके पर डॉ यूएस प्रसाद, डॉ संजय चौधरी, डॉ एसके करण, डॉ प्रणय पूर्वे, डॉ मेजर चंदन, डॉ लोकेश जालान, डॉ विभाष सहाय, डॉ जे अभिषेक आदि थे.
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