काउंटर पर खरीदार से अधिक टिकट कैंसिल करानेवालों की भीड़
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लेटलतीफी व ठंड के कारण रेलयात्रा करने से कतरा रहे यात्री
काउंटर पर खरीदार से अधिक टिकट कैंसिल करानेवालों की भीड़ पहली जनवरी को 5405 यात्रियों ने किया सफर मुजफ्फरपुर : कुहासे व कड़ाके की ठंड का असर रेलवे पर सीधे तौर पर दिख रहा है. ट्रेनों के रद्द व लगातार विलंब होने से मुजफ्फरपुर से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में भारी […]
पहली जनवरी को 5405 यात्रियों ने किया सफर
मुजफ्फरपुर : कुहासे व कड़ाके की ठंड का असर रेलवे पर सीधे तौर पर दिख रहा है. ट्रेनों के रद्द व लगातार विलंब होने से मुजफ्फरपुर से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में भारी कमी आयी है. दिल्ली, पंजाब, कोलकाता व मुंबई जानेवाली ट्रेनें भी खाली-खाली जा रही है. इसका नतीजा है कि पिछले एक सप्ताह में मुजफ्फरपुर जंक्शन की कमाई आधी से भी कम हो गयी है. रिजर्वेशन व यूटीएस काउंटर खाली-खाली रह रहा है. यूटीएस काउंटर की पहली व दूसरी शिफ्ट में यात्रियों की भीड़ दिखती है, लेकिन रात्रि में पूरा काउंटर पर सन्नाटा पसरा रहता है. रिजर्वेशन काउंटरों का भी यही हाल है. रिजर्वेशन काउंटर पर तो टिकट रद्द कराने वाले यात्रियों की संख्या टिकट खरीदार से अधिक रह रही है.
lट्रेनों की रफ्तार पर सुरक्षा आदेश का ब्रेक
कोहरे में भी ट्रेनों की गति अप्रभावी रखने के लिए लगाये गये फॉग डिवाइस शो पीस साबित हो रहे हैं. दरअसल फॉग डिवाइस के उपयोग पर रेल प्रशासन का एक आदेश भारी साबित हो रहा है. आदेश के मुताबिक कोहरे का पता चलते ही ट्रेनों की गति किसी भी कीमत पर साठ किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए. रेलवे फाॅग डिवाइस के मकसद को चाहकर भी पूरा नहीं कर पा रहा है. यही वजह है कि ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं.
91 लाख की लागत से सोनपुर मंडल को उपलब्ध करायी गयी 227 फॉग पीएएस डिवाइस, 198 का हो रहा उपयोग
l60 िकलोमीटर से अधिक नहीं करनी है स्पीड
कोहरे के दिनों में रेल मंडल की ट्रेनें निर्धारित समय पर सुरक्षित पहुंचे, इसकाे लेकर पूर्व मध्य रेल प्रशासन ने 03 करोड़, 50 लाख, 40 हजार की लागत से 876 फॉग डिवाइस की खरीदारी की है. इसमें सोनपुर रेलमंडल को 227 फॉग डिवाइस दी गयी है, जिसकी कीमत लगभग 91 लाख रुपये है. मंडल रेल प्रशासन ने अपने क्षेत्र के सभी एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों में फॉग पीएएस डिवाइस लगवाया है. 29 रिजर्व में रखा गया है. डिवाइस लगने के बाद स्पीड मेंटेन करने का निर्देश नहीं दिया गया. रेलवे बोर्ड का निर्देश है कि कोहरा डिटेक्ट होते ही ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 60 किलोमीटर से अधिक नहीं करनी है. इस स्थिति में 110 व 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली ट्रेनें 60 किमी प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड से चलायी जा रही है.
यही वजह है कि
40 हजार रुपये एक फॉग डिवाइस की है कीमत
lकई ट्रेनें देरी से पहुंची जंकशन: सोमवार को मुजफ्फरपुर पहुंचनेवाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस मंगलवार को 22 घंटे, तो वैशाली एक्सप्रेस 15 घंटे की देरी से जंक्शन पहुंची. हावड़ा से आने वाली मिथिला एक्सप्रेस भी दस घंटे विलंब रही. कई सुपरफास्ट ट्रेनें भी लेट हैं.
विलंब से जंक्शन पहुंचनेवाली ट्रेनें
डाउन साइड की ट्रेनें
अप साइड की ट्रेनें
बिहार संपर्क क्रांति एक्स. 7:30 घंटे
जयनगर-पटना इंटरसिटी 7:30 घंटे
पवन एक्सप्रेस 04:00 घंटे
अवध-असम एक्सप्रेस 03:45 घंटे
डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस 5:30 घंटे
वैशाली एक्सप्रेस 05:00 घंटे
मिथिला एक्सप्रेस 10:00 घंटे
मुज.-हावड़ा जनसाधारण3:45 घंटे
आम्रपाली एक्सप्रेस 6:50 घंटे
बिहार संपर्क क्रांति एक्स. 10:40 घंटे
छपरा-टाटानगर एक्सप्रेस 02:30 घंटे
स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस 22:30 घंटे
रनिंग टाइम डबल होने से विलंब
कोहरा डिटेक्ट होते ही ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटे रखने के निर्देश हैं. 120-130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनें भी अभी 60 किमी की रफ्तार से चल रही है. रनिंग टाइम डबल होने से ट्रेनें विलंब हो रही है.
राजेश कुमार,सीपीआरओ, पूर्व मध्य रेल
25 दिसंबर के बाद सबसे ज्यादा असर
कुहासे के कारण ट्रेनों के विलंब व रद्द रहने से सबसे ज्यादा असर 25 दिसंबर के बाद पड़ा है. 25 दिसंबर से पहले रेलवे की आमदनी ठीक-ठाक चल रही थी, लेकिन जैसे ही ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू किया है कि यात्रियों की संख्या में अचानक कमी आ गयी है. 25 दिसंबर के बाद रोज यात्रियों की संख्या कम हो रही है. 25 दिसंबर को जंक्शन से 11420 यात्रियों ने टिकट कटाया. वहीं एक जनवरी को यात्रियों की संख्या कम हो कर 5405 पर पहुंच गयी.
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