पटना : बिहार के भोजपुर जिले के प्रशासनिक मुख्यालय आरा से एक सनसनीखेज खबर मिल रही है. जानकारी के मुताबिक झारखंड का रहने वाला एक मसाला व्यवसायी फर्जी विधायक बनकर अपनी प्रेमिका के साथ सात दिनों तक आरा के सरकारी सर्किट हाउस में ठहरा रहा और प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. अपनी विधायकी का रौब दिखाकर वहां कर्मचारियों पर चलती चलाता रहा और जब रहस्य खुला, तो जिला प्रशासन के कर्मचारियों के होश उड़ गये हैं. बताया जा रहा है कि उसकी पोल भी नहीं खुलती, लेकिन फर्जी विधायक की पत्नी ने रांची से आकर आरा पुलिस को पूरा मामला बताया, तब जाकर इसका खुलासा हुआ. जिलाधिकारी के ओएसडी को फोन कर सर्किट हाउस बुक कराने वाले इस फर्जी विधायक ने इतने शातिर तरीके से अपने प्लान को अंजाम दिया कि सबके होश उड़ गये.
सर्किट हाउस के कर्मचारियों की माने, तो शुरू में उसकी गतिविधियों को देखकर उन्हें थोड़ा शक जरूर हुआ, लेकिन वह कुछ बोल नहीं पाये. फर्जी विधायक ने 14 दिसंबर को सर्किट हाउस बुक किया और वहां पर एक सप्ताह तक अपनी प्रेमिका साथ रहा. सवाल, यह उठता है कि उसी सर्किट हाउस में बड़े सांसदों के अलावा मंत्री और विधायक ठहरते हैं. उसकी सुरक्षा व्यवस्था का इतना लचर होना किसी की समझ में नहीं आ रहा है. सच्चाई सामने आने के बाद सर्किट हाउस के कर्मचारियों के अलावा पूरे जिला प्रशासन के अधिकारी भी सोचने पर मजबूर हो गये हैं कि आखिर क्या किया जाये. बाद में इस फर्जी विधायक की पत्नी शालिनी ने जब नवादा के थानाध्यक्ष के पास पूरे मामले का खुलासा किया, तब जाकर सही बात सामने आयी.
शालिनी ने पुलिस को बताया कि वह अपने पति से बात होने के बाद मिलने के लिए आरा आयी थी, लेकिन वह चकमा देकर फरार हो गया. नवादा पुलिस ने जब मामले की जांच करने के लिए सर्किट हाउस का रुख किया, तब तक वहां से प्रेमिका के साथ विधायक फरार हो चुका था. रांची के रहने वाले मसाला व्यवसायी और आरोपी अमरेंद्र कुमार सिंह रांची का रहने वाला है. उसकी पत्नी ने बताया कि जिस युवती के साथ उसका पति सर्किट हाउस में ठहरा था, वह आसनसोल की रहने वाली है और उसके अपहरण का मामला आसनसोल के एक थाने में दर्ज कराया गया है. जब आसनसोल की पुलिस और युवती के परिजनों ने शालिनी को परेशान करना शुरू किया, उसके बाद वह पति से मिलने पहुंची.
इस प्रकरण में जिला प्रशासन अभी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है. एक क्षेत्रीय चैनल द्वारा जिलाधिकारी से बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन परिणाम कुछ भी नहीं निकलने की खबर है. वहीं दूसरी ओर नवादा पुलिस और थानाध्यक्ष ने घटना के बारे में बताते हुए कहा है कि इस मामले में एक पुलिस पदाधिकारी को सर्किट हाउस जांच करने के लिए भेजा गया था, हालांकि महिला ने कोई भी आवेदन नहीं दिया है.
यह भी देखिये-
VIDEO में देखिए, बिहार के मंत्री सुरेश शर्मा पर हमले और होटल में मारपीट की खबर का पूरा सच