इंदौर : अपने पहले खिताब से एक जीत दूर छिपे रुस्तम विदर्भ और मैदान से बाहर के विवादों को खेल पर हावी नहीं होने देने वाली दिल्ली की टीमें रणजी ट्रॉफी फाइनल में आमने-सामने हैं. एक ओर विदर्भ की टीम ने मौजूदा टूर्नामेंट में अपने अप्रत्याशित प्रदर्शन से चौंकाया है. वहीं दूसरी ओर दिल्ली की टीम एक दशक बाद अपने आठवें खिताब से महज एक कदम दूर है.
इससे पहले आखिरी बार गौतम गंभीर की कप्तानी में दिल्ली की टीम ने रणजी ट्रॉफी पर कब्जा किया था. इस बार भी गंभीर टीम का हिस्सा हैं, लेकिन कप्तानी नहीं कर रहे हैं. दिल्ली की अगुआई ऋषभ पंत कर रहे हैं, जिन्हें इशंत शर्मा की गैरमौजूदगी में कप्तानी सौंपी गयी है. इशांत शर्मा इस समय दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टीम इंडिया के साथ हैं.
बहरहाल ऋषभ पंत मैदान पर उतररते ही एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. उन्होंने क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के 23 साल पूराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. हालांकि यह रिकॉर्ड ऋषभ के बल्ले से नहीं बना है बल्कि उन्होंने अपनी कप्तानी में बनाया है.
विदर्भ के खिलाफ फाइनल में उतरते ही ऋषभ रणजी ट्रॉफी में कप्तानी करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गये हैं. ऋषभ इस समय महज 20 साल के हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज था. सचिन 21 साल की उम्र में 1994-95 में मुंबई के लिए फाइनल में कप्तानी की थी. हालांकि सचिन के पास एक रिकॉर्ड अब भी सुरक्षित है. सचिन रणजी ट्रॉफी जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं. अगर पंत फाइनल जीत जाते हैं तो सचिन का यह रिकॉर्ड भी टूट जाएगा.