रांची : पंडरा के हेसल काली मंदिर के समीप रहनेवाला अविनाश सिंह उर्फ रानू की हत्या का आरोपी मछली व्यवसायी बिरसा उरांव शातिर अपराधी है. किसी युवती व महिला को अपनी जाल में फंसा कर या डरा-धमका कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना और मन भर जाने के बाद उसकी हत्या कर देना उसका काम है. वह इतना शातिर है कि हत्या के बाद सारा साक्ष्य मिटा देता था. मालूम हो कि गत पांच अक्टूबर को पत्नी किरण लोहरा से अवैध संबंध के कारण बिरसा उरांव ने अविनाश सिंह उर्फ रानू की हत्या कर दी थी. रानू की हत्या मामले में गोंदा पुलिस ने बिरसा उरांव व किरण लोहरा को गिरफ्तार किया था. हत्या के आरोप में दोनों को बुधवार को जेल भेजा गया. इधर, विनीता हत्याकांड में शामिल चुन्नू महली को भी भुरकुंडा पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जबकि इस मामले का एक अन्य आरोपी चुन्नू का भतीजा छोटका महली फरार चल रहा है.
बिरसा उरांव ने पुलिस को बताया कि अविनाश सिंह की हत्या की बात विनीता जानती थी. वह पुलिस से उसकी हत्या की बात बताने की बात कहकर हमें ब्लैकमेल कर रही थी. इस कारण चुन्नू महली, उसका भतीजा छोटका महली, बिरसा उरांव ने पहले विनीता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और बाद में रस्सी से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. फिर विनीता के शव को नदी के किनारे कुदाल से गड्ढा खोद कर गाड़ दिया गया था.
विनीता को किरण व किरण को विनीता को रास्ते से हटाने की बात बोल कर ले गया था भुरकुंडा : बिरसा उरांव बिना शादी के ही किरण लोहरा को अपने साथ रख रहा था. एक बार वह भाग गयी थी और दिल्ली चली गयी थी. दिल्ली में उसका दोस्त चुन्नू रहता था. किरण के बारे में जानकारी लेने के लिए जब बिरसा ने उसे फोन किया, तो उसने बताया था कि वह जिस फ्लैट में रहता है, उसके ऊपर वाले फ्लैट में रांची के जगन्नाथपुर की रहनेवाली विनीता लकड़ा रहती है़ इसके बाद बिरसा उससे बात करने लगा़ उसने चुन्नू को रांची बुला लिया और अपने साथ रखने लगा़ इसी दौरान किरण लोहरा भी रांची आ गयी़ फिर दोनों साथ रहने लगे़ तब बिरसा की प्रेमिका विनीता को इस बात का पता चल गया कि वह अब किरण के साथ रहने लगा है.
इस बात को लेकर किरण व विनीता में झगड़ा भी हुआ था. इस बात की जानकारी बिरसा को मिली. इसके बाद उसने विनीता की हत्या करने की योजना बनायी. उसने सोचा कि विनीता नहीं रहेगी, तो पुलिस को अविनाश की हत्या की जानकारी नहीं मिल पायेगी़ उसने किरण को बताया कि वह विनीता को रास्ता से हटा देगा, उसमें वह उसका साथ दे़ फिर उसने विनीता से भी कहा कि वह किरण को रास्ता से हटाने के लिए तैयार है, इसलिए उसका साथ दे़ उसी योजना के तहत वह विनीता व किरण को साथ लेकर अपने एक दोस्त के पास भुरकुंडा पहुंचा. वहां विनीता को बहला-फुसला कर घुमाने के बहाने चुन्नु, छोटका और बिरसा उसे नदी की ओर ले गये. यहां बिरसा ने पहले उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया़ फिर चुन्नु और छोटका ने जबरन उसके साथ गैंगरेप किया. इसके बाद रस्सी से गला दबा कर विनीता की हत्या कर दी और शव को गाड़ दिया़
पतरातू से घूम कर लौटने के बाद की गयी थी अविनाश की हत्या
चार अक्तूबर को पतरातू से घूम कर लौटने के बाद अविनाश उर्फ रानू की हत्या कर दी गयी थी़ पंडरा के हेसल निवासी बिरसा ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी किरण लोहरा अविनाश के घर में नौकरानी का काम करती थी. उसी समय से रानू उस पर डोरे डालता था़ इसकी शिकायत उसने अविनाश की मां से भी की थी़ बाद में उसने पत्नी का काम वहां से छुड़ा दिया था़ फिर भी रानू उसकी पत्नी से बात करता था़ मिलता-जुलता भी था. दो बार बिरसा ने अविनाश को अपनी पत्नी के साथ देखा था. उसी समय से वह उसकी हत्या करना चाहता था़ बाद में बिरसा ने अपनी प्रेमिका विनीता को रांची में बढ़िया काम दिलाने के बहाने दिल्ली से बुला लिया. उसे भी वह अपने साथ रख रहा था़ इधर, अविनाश का किरण से मिलना-जुलना जारी था. विनीता अविनाश से प्रेम करने लगी थी. इस बात का पता बिरसा को चल गया था. उसने विनीता की हत्या की योजना बनायी.
इसके बाद उसने घूमने का प्लान बनाया और पतरातू चले गये. विनीता अविनाश के साथ स्कूटी में और बिरसा अपनी पत्नी के साथ बाइक से गया़ चार अक्तूबर को तीन बजे वे लोग कांके डैम लौटे और पैकेट में लाया खाना खाया़ खाना खाने के बाद अविनाश जब डैम में हाथ धोने गया, तो बिरसा ने उसे धकेल दिया़ डैम में वहां ज्यादा गड्ढा है़ बिरसा को पता था कि अविनाश तैरना नहीं जानता है. अविनाश चिल्लाता रहा, लेकिन उसे डूबता छोड़ कर वे लोग भाग गये़ फिर पुलिस को अविनाश की लाश मिली थी.
जमीन से निकाला गया विनीता का कंकाल
भुरकुंडा : रांची के अविनाश मर्डर की चश्मदीद विनीता लकड़ा की गैंगरेप के बाद गला दबा कर हत्या की गयी थी. उसकी हत्या भुरकुंडा थाना क्षेत्र के सौंदा दोमुहान नदी के समीप स्थित जंगल में करने के बाद उसका शव दफना दिया गया था. बुधवार को मजिस्ट्रेट बीडीओ शीलवंत भट्ट की मौजूदगी में रांची व भुरकुंडा पुलिस ने जमीन खोद कर विनीता का कंकाल बाहर निकाला. रांची पुलिस हड्डियों को बोरे में भरकर अपने साथ ले गयी. विनीता की हत्या चुन्नू महली, बिरसा उरांव, दीपक व छोटका महली ने मिलकर की थी.
पहले भी हत्या के मामले में जेल जा चुका है बिरसा
बिरसा उरांव सुखदेवनगर थाना क्षेत्र से तीन चोरी के मामले व पांच वर्ष पूर्व कांके थाना से मनोज रजक की हत्या मामले में जेल जा चुका है़ हत्या के इस मामले में वह एक वर्ष के बाद ही जेल से छूट गया था. साक्ष्य नहीं मिलनेे के कारण अदालत ने उसे जमानत दे दी थी़