राज्य में दोहरी नियोजन नीति लागू कर मुख्यमंत्री ने पलामू-गढ़वा सहित झारखंड के 11 जिलों के युवाओं के साथ अन्याय किया है. सत्ता के मद में चूर मुख्यमंत्री जातिवाद का जहर घोल रहे है. जरूरतमंदों को न तो राशन मिल रहा है और न ही पेंशन, मनरेगा लूट की मशीन बन गयी है. इन सभी मुद्दे को लेकर तीन जनवरी से पदयात्रा शुरू होगी, जो 11 जिलों में भ्रमण करेगी और सरकार की गलत नीतियों व कार्यों से आम जनता को अवगत करायी जायेगी.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पार्टी के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि राज्य में भूख से मौत हो रही है. लोग पेंशन भुगतान एवं मनरेगा मजदूर काम के लिए परेशान है. लेकिन सरकार मौनव्रत धारण किये हुए है.
कांग्रेस आमजनों को गोलबंद कर सरकार को उखाड़ फेंकेगी. पूर्व मंत्री दुलाल भुईयां ने कहा कि झारखंड की कोख में अमीरी है. लेकिन गोद में गरीबी पल रही है. यह सब राज्य सरकार की गलत नीतियों एवं कार्यों का ही परिणाम है कि सारे संसाधन रहने के बाद भी लोग रोजीरोटी के लिए दूसरे राज्यों में भटक रहे है. पलामू के पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा, कांग्रेस शिक्षा विभाग के स्टेट चेयरमैन श्यामनारायण सिंह, हृदयानंद मिश्रा, रामाशीष पांडेय, पप्पू अजहर,विमला कुमारी,लक्ष्मीनारायण तिवारी, शमीम अहमद राइन, विनोद तिवारी, ईश्वरी सिंह, युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बिट्टु पाठक,राजेश चौरसिया, रिजवान खान,अजय दुबे, छोटू सिंह, मुशरफ हुसैन, बसंत सिंह आदि ने केंद्र व राज्य सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आमजनता को गोलबंद होने का आह्वान किया.