मुगमा : मुगमा के शिवडंगाल के निकट बुधवार को तड़के तीन बजे जोरदार आवाज के साथ लगभग चार फुट जमीन धंस गयी और 250 मीटर के दायरे में चौड़ी दरार पड़ गयी. इसकी चपेट में दिवेश्वर सेरेना का घर आ गया है. यहां के तालाब का पानी सूख गया है. दरार व लगातार हो रही भू-धंसान से शिवडंगाल के 50 घरों सहित आसपास के क्षेत्र पर खतरा उत्पन्न हो गया है. हावड़ा-दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड लाइन पर भी खतरा मंडराने लगा है.
याद रहे कि भू-धंसान स्थल से करीब 300 मीटर की दूरी पर ग्रैंड कॉर्ड लाइन है. बताया जाता है कि अवैध खनन का दायरा लाइन के पास पहुंच गया है. तीन सौ मीटर की दूरी पार कर चुका है. इस संभावना को लेकर लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है. सूचना पाकर मुखिया विमल रवानी, रामदेव पासवान, बीस सूत्री अध्यक्ष संजीव पांडेय, भाजपा के कमल रवानी, दारा बाउरी आदि ने घटनास्थल पहुंचकर मामले का जायजा लिया और जीएम सदानंद सुमन व निरसा थानेदार परमेश्वर प्रसाद से मिल कर उचित पहल की मांग की.
दहशत में हैं आसपास के लोग
तड़के जोरदार आवाज से लोग डर गये. चौकी व खटिया हिलने लगे. लोगों को लगा कि भूकंप आ गया है. जमीन हिलने व आवाज सुन कर लोग घरों से गिरते-पड़ते बाहर निकले. धौड़ा के लोगों ने कहा कि बंद इसीएल खदान से 10 वर्षों से अवैध खनन हो रहा है. अवैध खनन करने वालों ने शिवडंगाल तक सुरंग बना ली है. अवैध खनन नहीं रुकने पर धंसान की संभावना बढ़ जायेगी. बताया जाता है कि स्थानीय एजेंट बाहर के मजदूर से खनन का कार्य करवाते हैं, ताकि हादसा होने पर किसी को कोई पता न चल सके. इसके लिए पुलिस व सीआइएसएफ को मैनेज किया जाता है.
आसपास के भट्ठों व नदी से जाता है कोयला
भालुकसुंदा, साहेबडांगा, मंडमन कोलियरी के वीटी पंप, मड़मा, कापासारा में बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है. यहां का कोयला आसपास के भट्ठों समेत दामोदर नदी से नाव के माध्यम से बंगाल भेजा जाता है.
ग्रैंड कॉर्ड लाइन को कोई खतरा नहीं है. जानकारी ली गयी है. अविलंब अवैध खदानों की भराई की जायेगी.
सदानंद सुमन, जीएम