मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन में कैमूर 28वें स्थान पर
भभुआ नगर : मनरेगा योजनाओं में हो रहे विलंब और पुरानी योजनाओं के पूरा हुए बिना ही नयी योजनाएं लागू किये जाने पर डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने पेंडिंग योजनाओं को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया. वहीं, 31 दिसंबर तक 480 योजनाओं को पूरा करने का आदेश सभी मनरेगा पीओ और जूनियर इंजीनियर को दिया. मंगलवार को मनरेगा की समीक्षा बैठक में मजदूरों को पारिश्रमिक भुगतान में अनावश्यक विलंब करनेवालों को दंडित करने की बात कही.
मनरेगा पीओ को स्कीम पूरा करने और तकनीकी पदाधिकारियों को जांच की जिम्मेदारी दी गयी. उपविकास आयुक्त कृष्ण प्रसाद गुप्ता ने कहा कि योजनाओं की पूर्णता सबसे कम होने, समय पर मापी नहीं होने, एसईसीसी की मैपिंग और आधार सीडिंग में पीछे रहने के कारण कैमूर जिले का राज्य में 28वां स्थान है. डीएम ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए मनरेगा पीओ और संबंधित अधिकारियों को जम कर फटकार लगायी.
इस साल सिर्फ 10 प्रतिशत योजनाओं पर हुआ काम : मानव दिवस के सृजन की समीक्षा में बताया गया कि 18 दिसंबर तक 861112 मानव दिवस सृजित किये गये. चैनपुर प्रखंड में सबसे अधिक 163136 मानव दिवस सृजित किये गये. वहीं, भगवानपुर, दुर्गावती, चांद और रामगढ़ में 50 प्रतिशत से भी कम मानव दिवस सृजित किये गये हैं.
योजना की समीक्षा में बताया गया कि इस वर्ष 1288 स्कीम ली गयी, जिसमें 10 प्रतिशत ही पूरी हुई. वर्ष 2014-15 में 10914, 2015-16 में 1047, वर्ष 2016-17 में 1186 योजनाओं में सिर्फ 320 योजनाएं ही पूरी हुई. फिलहाल कुल मिला कर 6526 स्पिल ओवर स्कीम है. डीएम ने प्रखंडवार लक्ष्य निर्धारित कर 480 योजनाओं को 31 दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया. डीडीसी को 13 जनवरी के बाद सभी स्कीमों की जांच का आदेश दिया. इसकी जानकारी डीपीआरओ मनोज कुमार गुप्ता ने दी.