संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद मंगलवार को सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में संयुक्त राष्ट्र की तरफ से भेजी जाने वाली सीमापार सहायता को एक साल तक और बढ़ाने के मुद्दे पर मतदान करेगा. रूस ने सीमापार से किये जाने वाले इन राहत प्रयासों में बदलाव की मांग की थी. मानवीय सहायता में लगे हुए संयुक्त राष्ट्र से जुड़े राहतकर्मी साल 2014 से सीरियाई सरकार की अनुमति के बिना तुर्की और जॉर्डन के रास्ते इस युद्ध ग्रस्त देश में प्रवेश कर रहे हैं.
ये राहतकर्मी हर महीने औसतन 10 लाख सीरियाई लोगों को खाना मुहैया कराते हैं. रूस ने पिछले महीने कहा था कि वह संयुक्त राष्ट्र के सीमापार सहायता अभियान को अनुमति देने वाले प्रस्ताव में बदलाव चाहता है. रूस का तर्क था कि वहां भेजी जा रही सामग्री की पर्याप्त निगरानी नहीं की जाती है और यह सीरिया की संप्रभुता की अनदेखी करता है.
राजनयिकों ने कल बताया कि कई सप्ताह तक चली बातचीत के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रूस इस सहायता अभियान को एक साल आगे बढ़ाने पर सहमत हो गया है. पिछले सात वर्षों से युद्ध झेल रहे सीरिया में एक करोड़ 30 लाख लोगों को मानवीय सहायता की जरुरत है. एएफपी ने संयुक्त राष्ट्र के इस मसौदा प्रस्ताव को देखा और पाया कि इसके तहत सहायता पहुंचाने वाले संयुक्त राष्ट्र के काफिले 10 जनवरी 2019 तक सीरिया में प्रवेश कर सकते हैं.