देवघर: मोहनपुर प्रखंड के घोरमारा के समीप बांझी गांव निवासी नीलेश राज इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट पद नियुक्त हुए हैं. 10 दिसंबर को नीलेश गया ओटीए से पास आउट हुए. पासिंग आउट परेड में अफगानिस्तान सेना के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मो शरीफ मुख्य अतिथि थे. सैन्य नियमावली के तहत नीलेश को उनके पिता […]
देवघर: मोहनपुर प्रखंड के घोरमारा के समीप बांझी गांव निवासी नीलेश राज इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट पद नियुक्त हुए हैं. 10 दिसंबर को नीलेश गया ओटीए से पास आउट हुए. पासिंग आउट परेड में अफगानिस्तान सेना के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मो शरीफ मुख्य अतिथि थे. सैन्य नियमावली के तहत नीलेश को उनके पिता भागीरथ मंडल व मां नमिता मंडल ने बैच लगाया. पास आउट के बाद 11 दिसंबर को नीलेश अपने माता-पिता के साथ बांझी गांव पहुंचे.
नीलेश अपनी दादी चुनेश्वरी देवी को गले से लगा लिया. नीलेश के पिता भागीरथ मंडल भी एयरफोर्स में वारंट ऑफिसर हैं. नीलेश ने कहा कि उनके दादा स्वर्गीय दीनानाथ मंडल एक किसान थे. उनकी इच्छा थी कि उनके परिवार के सदस्य देश की सेवा में सेना का अधिकारी बने. पिता ने एयरपोर्ट में योगदान जरूर दिया था, लेकिन लंबे समय बाद वे एयरफोर्स के वारंट ऑफिसर बन पाये. नीलेश ने कहा कि दादाजी का सपना पूरा कर खुशी हुई है.
केवल पैसे के पीछे न भागें युवा : दिल्ली एयरफोर्स स्कूल से पढ़ाई करने वाले नीलेश कहते हैं कि सेना में जाना कोई नौकरी का उद्देश्य नहीं, बल्कि देश भक्ति का एक अवसर है. वे गांव के अन्य युवा को सेना के क्षेत्र में पढ़ाई के लिए टिप्स भी देंगे. घोरमारा समेत आसपास के इलाके में साइबर क्राइम की दलदल में फंसे युवाओं को संदेश देते हुए नीलेश ने कहा कि युवाओं को केवल पैसे के पीछे नहीं भागना चाहिए. आप किसी भी क्षेत्र में एक जिम्मेवार पद के साथ जब देश की सेवा में योगदान देेते हैं, उसे पूरा समाज व पीढ़ियां याद करती हैं. इसलिए युवा अपनी प्रतिभा को एक देश भक्ति की ओर लेकर चलें.