हुगली. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रयासों से 26 वस्तुओं पर जीएसटी घटा है. यह दावा राज्य के वित्तमंत्री अमित मित्रा ने किया. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जून महीने में कैबिनेट की बैठक में जीएसटी पर उनसे चर्चा हुई थी. बैठक में उन्होंने जीएसटी नहीं लागू करने की सिफारिश की थी, लेकिन उस सिफारिश को ठुकराते हुए प्रधानमंत्री ने एक जुलाई को जीएसटी लागू कर दिया. ये बातें शनिवार को उत्तरपाड़ा कॉलेज की 130 वर्ष पूर्ति उत्सव के दूसरे दिन जीएसटी को लेकर आयोजित सेमिनार में वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहीं. उन्होंने कहा कि जीएसटी ने देश को तबाह कर दिया है.
खासकर छोटे और मंझोले व्यवसायियों की परेशानी बढ़ गयी है. उनका व्यवसाय चौपट हो गया है. अगर प्रधानमंत्री ने आर्थिक मामलों के जानकार लोगों से जीएसटी के बारे में चर्चा की होती, तो यह समस्या आज नहीं होती. लेकिन उन्होंने अमेरिका के अर्थ शास्त्री की बात सुनकर इसे लागू किया.
नतीजा यह है कि आज आम जनता की परेशानी बढ़ गयी है. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान जीएसटी को अपने चुनावी इश्तेहार में शामिल किया था. बताया था कि जीएसटी से छोटे व्यवसाय करनेवाले लोगों की परेशानी बढ़ेगी. लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया. आज परिणाम सामने है. महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल के छोटे व्यवसाय इस जीएसटी लागू होने से तबाह हो चुके हैं. लाखों लोगों की नौकरी से चली गयी है. केंद्र सरकार द्वारा जारी जीएसटी से नये उद्योग का लगना लगभग बंद हो गया है, इसलिए राज्य सरकार चाहती है कि आम जनता के पक्ष में खड़े होकर जीएसटी का विरोध करें. जीएसटी को लेकर पहली बार राष्ट्रीय स्तर का दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन उत्तरपाड़ा के राजा प्यारी मोहन कॉलेज के शतवार्षिकी हॉल में हुआ. सेमिनार के दूसरे दिन उत्तरपाड़ा नगरपालिका के चेयरमैन दिलीप यादव, कॉलेज के अध्यक्ष सुदीप चक्रवर्ती व अन्य शामिल हुए.