पटना : भारत और अमेरिकी सरकार द्वारा संयुक्त रूप से हैदराबाद में 28 से 30 नंबर में आयोजित ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट में शामिल हुए अधिकांश देशों के स्टार्टअप ने कहा कि बिहार को किसी पहचान की जरूरत नहीं है. यह जानकारी समिट से लौट कर आये बिहार इंडस्ट्रीज एेसोसिएशन के तीन सदस्यों नरेश नंदन, विजय गोयनका, संजीव कनोडिया और आकाश दीप ने दी. वे एसोसिएशन के इंक्यूबेशन सेंटर के एक स्टार्टअप सम्मेलन में भी शामिल रहे.
लौटने के बाद मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में इन लोगों ने बताया कि इस सम्मेलन में 150 देशों के लगभग 1500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया. सम्मेलन की अहम बात रही बहुसंख्यक महिला प्रतिनिधियों की भागीदारी. सम्मेलन का थीम था महिला प्रथम, खुशहाली सबकी.संजीव कनोडिया ने बताया कि इस सम्मेलन के माध्यम से बिहार की ब्रांडिंग हुई है.
साथ ही राज्य सरकार की ओर से स्टार्टअप के लिए बनायी गयी नीति के बारे विस्तार से लोगों को बताया गया. नरेश नंदन ने बताया कि आने वाले समय में रोजगार की उपलब्धता सरकारी या निजी क्षेत्र में नहीं बल्कि स्टार्टअप और छोटे उद्योग से आने वाले हैं. विजय गोयनका ने बताया कि सम्मेलन से नयी तकनीक के बारे में जानकारी मिली जहां बिजनेस की संभावनाएं हैं. इंक्यूबेटी की क्या जरूरत हैं और कैसे इनका प्रयोग किया जा सकता है.
साथ ही अन्य देशों में स्टार्टअप कैसे-कैसे काम कर रहे हैं. कृषि को कैसे और उन्नत बनाया जा सकता है आदि के बारे में जानने का मौका मिला. उन्होंने बताया कि सरकार नये उद्यमियों को प्रोत्साहित कर सकती है. मौके पर बीआईए के अध्यक्ष केपीएस केशरी, उपाध्यक्ष संजय भरतिया आदि मौजूद थे.