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ब्रिटिशकालीन पुलिसलाइन की सात एकड़ जमीन गायब
मोतिहारी : अंग्रेजी शासनकाल के पुलिसलाइन की जमीन का हिसाब-किताब नहीं मिला रहा. अंचल कार्यालय में भी इस जमीन का लेखा-जोखा नहीं है, जबकि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक शहर के पॉश इलाका बेलबनवा में ब्रिटिश शासनकाल की पुलिसलाइन दस एकड़ में फैला हुआ था. अस्पताल, पोस्टमार्टम हाऊस के साथ-साथ अधिकारियों के क्वार्टर भी थे, जो […]
मोतिहारी : अंग्रेजी शासनकाल के पुलिसलाइन की जमीन का हिसाब-किताब नहीं मिला रहा. अंचल कार्यालय में भी इस जमीन का लेखा-जोखा नहीं है, जबकि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक शहर के पॉश इलाका बेलबनवा में ब्रिटिश शासनकाल की पुलिसलाइन दस एकड़ में फैला हुआ था.
अस्पताल, पोस्टमार्टम हाऊस के साथ-साथ अधिकारियों के क्वार्टर भी थे, जो वर्तमान में नहीं है. ब्रिटिशकालीन पुलिस लाइन अब पुलिस क्लब से जाना जाता है. एक दशक पहले जमीन की पैमाईश सदर अंचल से करायी गयी थी. उस समय अंचल द्वारा महज तीन एकड़ जमीन का हिसाब दिया गया. ऐसे में सात एकड़ सरकारी जमीन कहा गयी, इसको लेकर पुलिस अधिकारी परेशान है. गायब सात एकड़ जमीन की कीमत करीब 78 करोड़ है.
नये सिरे से जमीन पैमाईश की प्रक्रिया आरंभ की गयी है, ताकि सात एकड़ गायब जमीन पुलिस विभाग के कब्जे में आ सके. स्थानीय लोगों के अनुसार, बेलबनवा मुहल्ले में 70-80 लाख रूपये कठ्ठा की दर से जमीन बिक रही है. यहा 16 कठ्ठा जमीन एक एकड़ माना जाता है. पुलिस को शक ही नहीं पक्का यकीन है कि सात एकड़ जमीन को लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. अंचल से पैमाईश के बाद जमीन का सीमांकन कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी. पुलिस की माने तो सरकारी जमीन में बने कई आलीसान मकान भी ध्वस्त होंगे. इधर एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बेलबनवा स्थित ब्रिटिशकालीन पुलिसलाइन की जमीन का निरीक्षण किया. पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार से जमीन संबंधी जानकारी ली. वही जमीन का पुरा ब्योरा इकट्ठा कर अंचल से मापी करा सीमांकन कराने का निर्देश दिया.
सिमटता जा रहा ब्रिटिशकालीन पुलिस लाइन
बेलबनवा में दस एकड़ में फैला ब्रिटिशकालीन पुलिसलाइन अतिक्रमण के कारण सिमटता जा रहा है. पदाधिकारियों के लिए बने बहुतो क्वाटर जमीनदोज हो चुके है, जबकि कुछ क्वाटर जर्जर अवस्था में है. उसको मरम्मत करा कुछ पुलिस पदाधिकारी रहते हैं. वहीं पुलिस क्लब का एक नया भवन है. पुलिस एसोसिएशन द्वारा चंदा इकठ्ठा कर उसका निर्माण कराया गया है.
ब्रिटिशकालीन शासन में पुलिस लाइन की दस एकड़ जमीन का ब्योरा मिला है. पुलिस रिकॉर्ड में जमीन का लेखा-जोखा मिलने के बाद सदर अंचल को जमीन की पैमाईस कर सिमांकन के लिए लिखा गया है.अगर जमीन अतिक्रमण हुआ है गंभीर मामला है. जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा.
अजय कुमार, अध्यक्ष पुलिस एसोसिएशन
जमीन का ब्योरा
खाता खेसरा रकबा
18 63 .73
18 64 7.22
85 56 .52
13 57 .14
13 58 .22
95 59 .22
153 50 .26
153 53 .55
153 60 .26
119 61 .26
119 62 .15
108 55 .48
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