चिरकुंडा: सरसापहाड़ी चिरकुंडा स्थित केडिया नर्सिंग होम के संचालक डॉ एसके केडिया व उनके पुत्र कृष्णा कुमार केडिया पर गुरुवार की शाम पांच स्थानीय युवकों ने हमला बोल दिया. पिता-पुत्र के साथ जम कर मारपीट की गयी. हमले में दोनों घायल हो गये. डॉ केडिया के नाक की दाहिनी ओर चोट पहुंची है. उनके बेटे को भी चेहरे पर चोट आयी है.
हमले के बाद चिकित्सक व उनका परिवार काफी दहशत में है. जानकारी मिलने पर चिरकुंडा था के सअनि निर्मल बरजो नर्सिंग होम पहुंचे और घायल चिकित्सक से घटना के बारे में पूछा. पुलिस ने उनसे लिखित शिकायत करने को कहा है. इधर, इंडियन मेडिकल एसाेसिएशन (आइएमए) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ एके सिंह ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है. यह निंदनीय है. आखिरकार मामला क्या था, इस पर चिकित्सक से बातचीत करनी चाहिए थी. मारपीट सभ्य समाज में उचित नहीं है. चिकित्सकों को सुरक्षा मिलनी चाहिए.
दी बुरा परिणाम भुगतने की चेतावनी
डॉ एसके केडिया ने बताया कि एक मरीज बुधवार को दिखाने आया था. उसे कुछ टेस्ट कराने को कहा था. आज शाम लगभग साढ़े चार बजे चार-पांच युवक उनके नर्सिंग होम में आये और कहने लगे कि कैसे डॉक्टर बन गया है. सही ढंग से मरीज को नहीं देखता है. उनका मरीज मर गया है. डॉ केडिया ने युवकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लोग गाली-गलौज व मारपीट पर उतारू हो गये. यहां तक कि गेट पर ताला बंद कर बम से उड़ा देने की धमकी भी देने लगे. हो-हंगामा व मारपीट होते देख आसपास के लोग काफी संख्या में वहां पहुंच गये. लोगों ने युवकों को शांत कराया. डॉक्टर इतने दहशत में थे कि उनलोगों के जाते ही गेट बंद कर ताला लगा लिया. जाते-जाते युवकों ने गाली गलौज और बुरा परिणाम भुगतने की धमकी दी. हमला करनेवाले युवकों के साथ 50 वर्षीय एक व्यक्ति भी था, जो काफी उत्तेजित था. लोगों के पूछने पर उसने कुछ भी नहीं बताया. पुलिस डाॅ श्री केडिया से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है. सूचना मिलने पर विश्व हिंदू परिषद ग्रामीण के जिलाध्यक्ष निलय गाड्यान, प्रदीप अग्रवाल व अन्य चिकित्सक के आवास पहुंचे और हालचाल लिया.
आइएमए ने ली जानकारी
डॉ एसके केडिया व उनके पुत्र पर हुए हमले की सूचना मिलने पर आइएमए कुमारधुबी शाखा के सचिव डॉ आइएम सिंह नर्सिंग होम पहुंचे. उन्होंने चिकित्सक से घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की. श्री सिंह ने घटना की तीव्र निंदा की है. कहा कि अगर किसी को चिकित्सक से कोई परेशानी थी तो उन्हें कानून का सहारा लेना चाहिए था, न कि कानून अपने हाथ में लेना उचित था. कहा कि प्रशासन से आइएमए मांग करता है कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो एवं जो भी दोषी व्यक्ति है, उन्हें अविलंब गिरफ्तार किया जाये. आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ एसके गुप्ता ने भी घटना की निंदा की है. कहा कि जिस किसी ने भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया है, पुलिस प्रशासन निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करे.