रांची: राज्य के प्राथमिक से लेकर प्लस टू उच्च विद्यालय में बेंच-डेस्क आपूर्ति की प्रक्रिया 15 दिसंबर से पहले पूरी कर ली जायेगी. 15 दिसंबर को सरकार इस बात की घोषणा करेगी कि राज्य के शत-प्रतिशत विद्यालयों में बेंच-डेस्क की आपूर्ति कर दी गयी है. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने गुरुवार को जैक सभागार में गुणवत्तायुक्त शिक्षा विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में यह बातें कही. उन्होंने कहा कि विभाग 15 दिसंबर को इसकी घोषणा करेगी कि सभी स्कूलों में बेंच-डेस्क उपलब्ध करा दिये गये हैं. विद्यालयों में कोई भी बच्चा अब जमीन पर नहीं बैठ रहा है.
उन्होंने झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक को निर्देश दिया कि इस संबंध में सभी स्कूल के प्रधानाध्यापक से शपथ पत्र लिया जाये कि उनके विद्यालय में अब बेंच-डेस्क की आवश्यकता नहीं है. बैठक में गुमला, लोहरदगा व गढ़वा से आये परिवर्तन दल के सदस्यों ने बताया कि उनके जिले में बेंच-डेस्क की पूरी राशि नहीं गयी है. सभी स्कूलों में बेंच-डेस्क की आपूर्ति नहीं हो सकी है.
गढ़वा में हाइस्कूल में बेंच-डेस्क की कमी है. शिक्षा सचिव ने इस संबंध में गुमला व लोहरदगा के जिला शिक्षा अधीक्षक व गढ़वा के जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात करने का निर्देश दिया. सभी विद्यालयों में 15 दिसंबर के पूर्व बेंच-डेस्क की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा गया. बैठक में झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक ए मुथु कुमार व सभी जिलों से आये परिवर्तन दल के सदस्यों ने भाग लिया.
प्रखंड स्तर पर गठित करें परिवर्तन दल
शिक्षा सचिव ने सभी जिलों में प्रखंड स्तर पर परिवर्तन दल गठित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि जिन जिलों में प्रखंड स्तर पर दल का गठन किया गया, उसे और सक्रिय बनाया जाये. जो शिक्षक इसमें सक्रिय रूप से योगदान नहीं दे रहे हैं, उन्हें हटा दिया जाये. सभी जिलों में शिक्षकों का रिसोर्स ग्रुप बनाया जायेगा. स्कूलों के मर्जर के पूर्व इसकी समीक्षा करने को कहा गया कि कि आसपास में दूसरा विद्यालय हो. वैसे विद्यालय का मर्जर नहीं किया जाये, जिसके आसपास दूसरा विद्यालय नहीं है. सभी जिलों के परिवर्तन दल के सदस्यों ने अपने जिले में किये जा रहे कार्य की जानकारी दी.
कार्यशाला में नहीं आयीं शिक्षा मंत्री
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव को भाग लेना था. कार्यक्रम को लेकर बनाये गये बैनर में उनका नाम भी था. 11.30 बजे तक शिक्षा मंत्री का इंतजार होता रहा है. विभागीय पदाधिकारी की ओर उनसे कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह भी किया गया.