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सेंसर बोर्ड अध्यक्ष ने अभी नहीं देखी ”पद्मावती”, संसदीय समिति के समक्ष हुए पेश

नयी दिल्ली: सेंसर बोर्ड अध्यक्ष प्रसून जोशी पद्मावती फिल्म पर उपजे विवाद के बारे में संसदीय समिति के सदस्यों को अवगत कराने के लिए आज समिति के समक्ष पेश हुए और उन्होंने कहा कि फिल्म को अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है. जोशी ने याचिकाओं पर लोकसभा समिति को बताया कि सेंसर बोर्ड ने […]

नयी दिल्ली: सेंसर बोर्ड अध्यक्ष प्रसून जोशी पद्मावती फिल्म पर उपजे विवाद के बारे में संसदीय समिति के सदस्यों को अवगत कराने के लिए आज समिति के समक्ष पेश हुए और उन्होंने कहा कि फिल्म को अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है. जोशी ने याचिकाओं पर लोकसभा समिति को बताया कि सेंसर बोर्ड ने इस पीरियड फिल्म के केवल ट्रेलर और प्रोमोज को मंजूरी दी थी. जोशी को आईटी पर संसद की स्थायी समिति के समक्ष भी आज पेश होना है.

सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) प्रमुख ने समिति से कहा कि फिल्म को विशेषज्ञों को दिखाए जाने के बाद इस पर कोई फैसला लिया जाएगा. यह पूछे जाने पर कि क्या सेंसर बोर्ड के प्रमुख के तौर पर उन्होंने फिल्म देखी, इस पर जोशी ने कहा कि उन्होंने अभी तक फिल्म नहीं देखी.

राजस्थान से भाजपा के दो सांसदों सी पी जोशी और ओम बिडला ने फिल्म में आपत्तिजनक सामग्री को लेकर समिति के समक्ष याचिका दायर की थी. याचिकाओं पर लोकसभा समिति ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और सेंसर बोर्ड से रिपोर्ट मांगी थी. सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों की राय है कि वाणिज्यिक लाभ के लिए अक्सर विवाद पैदा किए जाते हैं हालांकि इस मामले में यह स्पष्ट नहीं है.

समिति की अध्यक्षता करने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता भगत सिंह कोश्यारी ने पहले कहा था कि समिति ने अधिकारियों से 30 नवंबर तक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था. ऐसी संभावना है कि पद्मावती के निर्देशक संजय लीला भंसाली भी आईटी पर संसदीय समिति के समक्ष पेश हो सकते हैं. समिति ने फिल्म पर चर्चा करने के लिए मंत्रालय और सेंसर बोर्ड के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया है.

अधिकारी ने बताया कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से जुडे मुद्दों पर भी विचार करने वाली इस समिति ने फिल्म उद्योग की समस्याओं और मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई है.

विभिन्न राजपूत संगठनों और नेताओं ने राजपूत महारानी पद्मिनी और सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के बीच एक रोमांटिक दृश्य फिल्माकर फिल्म में इतिहास से छेडछाड करने का आरोप लगाया है लेकिन फिल्म निर्माता इस दावे को लगातार खारिज करते रहे हैं. इतिहासकारों की इस बारे में अलग-अलग राय है कि क्या पद्मिनी वास्तव में थीं.

दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह अभिनीत यह फिल्म पहले 1 दिसंबर को रिलीज होनी थी लेकिन फिल्म निर्माताओं ने सीबीएफसी से सर्टिफिकेट ना मिलने तक फिल्म की रिलीज टाल दी. उन्होंने हाल ही में 3डी सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था.

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