देवघर: केंद्रीय ट्रांसपोर्ट, जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने संताल परगना और सटे हुए बिहार के अंग प्रदेश में पुल, सड़क और सिंचाई की लंबित योजनाओं से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान को लेकर पांच दिसंबर को अपने मंत्रालय भवन में मंथन बैठक बुलायी है. इसमें खासतौर पर पुल, सड़क व सिंचाई योजनाओं से जुड़े संबंधित राज्यों के प्रधान सचिवों और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को पूरी कार्य योजना के साथ उपस्थित रहने को कहा गया है.
बैठक की तैयारियों से यह साफ है कि संताल परगना और अंग प्रदेश की सूरत बदलने की कवायद शुरू हो गयी है, क्योंकि गडकरी संताल परगना और अंग प्रदेश की लंबित योजनाओं को लेकर खुद रुचि ले रहे हैं. खास बात यह है कि साहेबगंज में गंगा नदी पर बनने वाले पुल का शिलान्यास होने के बाद अब तक इसका काम नहीं शुरू हो पाया है.
इस पुल का शिलान्यास खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने तीन अलग-अलग पत्र लिख कर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को अंग प्रदेश व संताल परगना की लंबित योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी थी. साथ ही लंबित योजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन का आग्रह किया था.
अद्यतन स्थिति
1. एनएच 133 हंसडीहा-पीरपैंती फोरलेन : टेंडर नहीं हुआ है.
2. एनएच 114 ए: टेंडर नहीं हुआ है.
3. एनएच 114 ए देवघर से बासुकिनाथ इस सड़क की घोषणा नितिन गडकरी ने की थी, लेकिन काम नहीं शुरू हुआ.
4. बटेश्वरस्थान में गंगा नदी पर रेल और सड़क पुल: मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की थी लेकिन डीपीआर नहीं बना.
5.एनएच 114 ए, एनएच 80, एनएच 133 के तीन स्थानों पर रेलवे ओवर ब्रिज : डीपीआर नहीं बना
6. एनएच 333 चकाई से देवघर : यह सड़क बहुत ही खराब ढंग से बन रही है. निगरानी की जरूरत है.
7. एनएच 333 ए गोड़्डा से पंजवारा और एनएच 114 ए : शिलान्यास नहींहो पाया है.
8. नया एनएच मधुपुर से जामताड़ा : डीपीआर तैयार नहीं है
9. गोड्डा से पाकुड़ नया एनएच : डीपीआर तैयार नहीं है