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बिहार शौचालय घोटाला : बिटेश्वर के दो और बैंक अकाउंट फ्रीज

रिमांड के बाद जेल गया बिटेश्वर ने कार्यपालक अभियंता और ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर को पैसा बांटने की बात स्वीकारी पटना : शौचालय घोटाला में पकड़े गये पीएचईडी विभाग के रोकड़पाल बिटेश्वर को गुरुवार को बेऊर जेल भेज दिया गया. पुलिस उसे दो दिनों के रिमांड पर पूछताछ के लिए लायी थी. पुलिस को उसने पूछताछ के […]

रिमांड के बाद जेल गया
बिटेश्वर ने कार्यपालक अभियंता और ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर को पैसा बांटने की बात स्वीकारी
पटना : शौचालय घोटाला में पकड़े गये पीएचईडी विभाग के रोकड़पाल बिटेश्वर को गुरुवार को बेऊर जेल भेज दिया गया. पुलिस उसे दो दिनों के रिमांड पर पूछताछ के लिए लायी थी. पुलिस को उसने पूछताछ के दौरान दो और बैंक अकाउंट की जानकारी दी है, जिसमें उसने घोटाले के पैसे रखे हैं.
पुलिस ने उन दोनों अकाउंट को फ्रीज कर दिया है. पुलिस फिलहाल यह जानकारी नहीं दे रही है कि उसमें कितने रुपये हैं. इसके पूर्व भी बिटेश्वर के दो-तीन एकाउंट को पटना पुलिस फ्रीज कर चुकी है. सिटी एसपी मध्य अमरकेश डी ने बताया कि बिटेश्वर को दो दिनों के रिमांड पर लाया गया था. पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है.
सूत्रों के अनुसार बिटेश्वर ने शौचालय घोटाले के पैसे को रखने के लिए आधा दर्जन से अधिक खाता विभिन्न बैंकों में खुलवाया था. वह आदि शक्ति सेवा संस्थान की सचिव सुमन सिंह उर्फ रीता सिंह से पैसे लेता था और अपने खाते में जमा करता था.
इसके बाद उसी खाते के माध्यम से उसने कार्यपालक अभियंता विनय कुमार सिन्हा व ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर को पैसे दिये थे. इस बात के सारे साक्ष्य पुलिस ने बैंक के माध्यम से ले लिये हैं. उक्त खातों से कई बार राशि जमा और निकासी हुई है. इससे पता चलता है कि जो पैसे जमा किये गये या निकाले गये, वे शौचालय घोटाले के ही पैसे थे.
आदि शक्ति सेवा संस्थान के संचालक उदय की तलाश जारी
आदि शक्ति सेवा संस्थान से जुड़े तमाम आरोपितों को पटना पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. हालांकि संचालक उदय सिंह अभी भी फरार है.
पुलिस उदय को पकड़ने के लिए नालंदा, नवादा व पटना में उसके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है. उसके दो-तीन रिश्तेदारों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है, ताकि उसके संबंध में जानकारी मिल सके. सूत्रों की मानें तो बताया जा रहा है कि उदय बिहार से बाहर निकल गया है. पुलिस को उसके तीन मोबाइल नंबर भी मिले थे, जो प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही बंद हैं. हालांकि पुलिस ने उसके तीनों मोबाइल फोन के सीडीआर निकाल लिया है और यह जानकारी हासिल कर ली है कि वह किन से बात करता था. उन सभी को पुलिस पूछताछ कर रही है.
इसके साथ ही उदय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट हासिल कर पुलिस अब उसकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती की दिशा में आगे बढ़ रही है. पुलिस की एक टीम कार्यपालक अभियंता विनय कुमार सिन्हा, रोकड़पाल बिटेश्वर प्रसाद व आदि शक्ति सेवा संस्थान के संचालक उदय सिंह की संपत्ति का पूरा ब्योरा जुटा रही है.

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