नयी दिल्ली : दिल्ली से सटे गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल ने एक पिता को डेंगू से पीड़ित उनकी बच्ची के इलाज का 16 लाख रुपये बिल थमाया है. हालांकि अस्पताल बच्ची को बचाने में नाकामयाब रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है और इस संबंध में फोर्टिस अस्पतालसे विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. उन्होंने घटना पर दु:ख जताते हुए आवश्यक कार्रवाई किये जाने की बात कही है.
It was an unfortunate incident. The government has taken cognizance of the incident and has sought a detailed report from Fortis hospital, action will be taken: Union Health Minister JP Nadda on Fortis #Gurugram Dengue case pic.twitter.com/OdM6Vx2bhR
— ANI (@ANI) November 21, 2017
दिल्ली के द्वारका के रहने वाली जयंत सिंह की सात साल की बेटी आद्या को दो महीने पूर्व डेंगू हुआ था. उसे इलाज के लिए फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे 15 दिन आइसीयू में रखा गया, लेकिन डॉक्टर उसकी बीमारी को नियंत्रित नहीं कर सके. बाद में उसे रॉकलैंड अस्पताल ले जाया गया, जहां बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया. फोर्टिस अस्पताल ने बच्ची के इलाज के खर्च के रूप में 16 लाख का बिल उसके परिवार जनों को थमा दिया है. इस बिल में उसके इलाज के दौरान प्रयोग किये गये 2700 दास्तानों व 660 सिरिंज का जिक्र है.
Fortis Gurugram dengue case: Health Minister JP Nadda has sought a report in the matter & has also asked Health Secy to probe the matter. (File Pic) pic.twitter.com/t8fO5pnFUK
— ANI (@ANI) November 21, 2017
बच्ची के पिता जयंत सिंह ने न्यूज एजेंसी एएनआइ से कहा है कि उन्हें 15 दिन के इलाज के खर्च का 16 लाख रुपये बिल दिया गया है. उन्होंने इस मामले की जांच कराने की मांग की है और कहा है कि आवश्यक हो तो इस संबंध में कानून में बदलाव किया जाये व नया कानून बनायाजाये ताकि दूसरे लोग ऐसी स्थिति का शिकार नहीं हों.
I want to appeal for an investigation and if any changes are required in the laws, they should be made. Would not like other people to suffer like we did: Jayant Singh, Father of the victim, Delhi pic.twitter.com/B75JslXDZD
— ANI (@ANI) November 21, 2017
Delhi: Parents claim Gurugram's Fortis hospital charged them of Rs 16 lakh for 15-day Dengue treatment of their daughter who died during it, say, the case should be thoroughly investigated pic.twitter.com/CwReqrvEzG
— ANI (@ANI) November 21, 2017
सरकार के संज्ञान में यह मामला तब आया, जब इसका उल्लेख करते हुए सांसद राजीव चंद्रशेखर ने एक अखबार की खबर को ट्वीट किया और इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को टैग कर दिया. राजीव चंद्रशेखर कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं और आइटी क्षेत्र के एक सफल उद्यमी होने के साथ-साथ राजनेता है और सामाजिक सरोकार के मुखर पैरोकार हैं.
And thats called a Responsive govt – started as a tweet n results in Ministers action ! Well done @JPNadda ji ! @PMOIndia pic.twitter.com/0EzuFwEZqG
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) November 21, 2017