नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 2004 से 2014 के बीच देश का नेतृत्व करने और वैश्विक स्तर पर भारत का ओहदा बढ़ाने के लिए इस साल का इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार दिया जाएगा.
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट के बयान के अनुसार, सिंह को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता वाली एक अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा पुरस्कार के लिए सर्वसम्मति से चुना गया. ट्रस्ट सचिव सुमन दुबे ने बयान जारी कर बताया, इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार मनमोहन सिंह को 2004 से 2014 के बीच देश का नेतृत्व करने और उनकी उपलब्धियों के लिए दिया जाएगा.
देश के आर्थिक और सामाजिक विकास, विश्व में भारत की स्थिति मजबूत करने और पडोसियों तथा दुनिया के अग्रणी राष्ट्रों के साथ संबंधों को मजबूत करने के साथ ही जाति, धर्म, विश्वास और भाषा से ऊपर उठकर आम नागरिक की सुरक्षा और भलाई के लिए काम करने की खातिर उन्हें यह पुरस्कार दिया जा रहा है. ट्रस्ट ने बताया कि सिंह भारत के तीसरे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर दो कार्यकाल पूरा किया है. उनके कार्यकाल में अमेरिका के साथ परमाणु समझौते हुए और कोपनहेगेन जलवायु परिवर्तन समझौता हुआ.
बयान में कहा गया है कि सिंह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर थे और पी वी नरसिंह राव की सरकार में वित्त मंत्री थे. आर्थिक सुधार लागू करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण थी और प्रधानमंत्री के तौर पर स्वतंत्रता के बाद सतत् उच्च आर्थिक वृद्धि हासिल करने में देश का नेतृत्व किया.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर इस अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार की शुरुआत 1986 में की गई थी. पिछले दो पुरस्कार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और यूएन हाई कमीशन फॉर रिफ्यूजीज को दिए गए.