नयी दिल्ली : ऐतिहासिक मिथकों पर आधारित फिल्म ‘पद्मावती’ की कहानी को लेकर चल रहे विवाद के बीच नया ट्वीस्ट सामने आ गया है. विरोध – समर्थन के जंग में कई राजनीतिक हस्तियां भीड़ गये. पद्मावती के विरोध पर थरूर ने ब्रिटिश काल के राजाओं-महाराजाओं पर तीखा व्यंग्य किया था. उन्होंने कहा था कि सच्चाई यह है कि एक फिल्म के कारण निर्देशक और कलाकारों के पीछे हाथ धोकर पड़ने वालों को उस समय अपने मान सम्मान की कोई चिंता नहीं थी, जब ब्रिटिश इनके मान सम्मान को पैरों तले रौंद रहे थे और वे खुद को बचाने के लिए भाग खड़े हुए थे.ज्ञात हो कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने महाराजाओं को कायर बताया था.
शशि थरूर के इस बयान पर चुटकी लेते हुए केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर कहा कि क्या सभी महाराजाओं ने अंग्रेजों के सामने घुटने टेके थे. इस पर ज्योतिरादित्य, दिग्विजय सिंह और अमरिंदर सिंह को अपनी राय देनी चाहिए. गौरतलब है कि इन सभी के पूर्वज ब्रिटिश काल में अलग-अलग प्रांत के राजा थे. स्मृति के इस ट्वीट के बाद सिंधिया भड़क गए. उधर इस बयान का ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जबर्दस्त पलटवार किया. उन्होंने कहा कि थरूर को इतिहास की जानकारी नहीं है.