धनबाद : काला कोयला के लिए प्रसिद्ध झारखंड के शहर धनबाद और झरिया में कालेधन की कमी नहीं है. धनबाद से होने वाली काली कमाई के तार पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से भी जुड़े हैं. गुरुवार को आयकर विभाग की एक विशाल टीम ने काला धन रखने वाले ऐसे ही लोगों के खिलाफ झारखंड के साथ-साथ बंगाल में भी कार्रवाई की. काली कमाई करने वाले इन लोगों के कम से कम एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी और सर्वे की कार्रवाई चल रही है. इसमें लगभग 275 आयकर अधिकारी और पुलिस के जवान शामिल हैं.
देश के दुश्मनों के दांत खट्टे कर शहीद हो गया झारखंड का बेटा, मरने से पहले 4 उग्रवादियों को मार गिराया, आज शाम को आयेगा शव
बिहार के संयुक्त निदेशक पीके सुले के नेतृत्व में चल रही छापामारी और सर्वे की कार्रवाई के तहत अपनो घर, देवरालिया ग्रुपकेमालिकों के साथ-साथ कृष्ण गोपाल अग्रवाल, रोहित शर्मा, ओम डोकानिया और जोगिंदर सिंह के आवास और उनके कार्यालयों पर भी आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी. बताया जाता है कि बिल्डर और हार्डकोक लॉबी पर आयकर विभाग की पैनी नजर थी.
छापामारी दल में पटना, रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, बोकारो, धनबाद, मुजफ्फरपुर, भागलपुर आयकर विभाग के कम से कम 150 अधिकारी छापामारी दल में शामिल हैं. आयकर विभागकीमदद के लिए पुलिसविभाग के 125अधिकारीऔर जवान भीलगेहुए हैं. आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कर चोरी के कुछ मामले सामने आये हैं.
20 नवंबर को चान्हो आने वाले थे जयप्रकाश, 5 दिन पहले आ रही लाश, जानें जवान के व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी 7 खास बातें
सूत्रों के मुताबिक, छापामारी दल ने जिन जगहों पर दबिश दी है, वहां से भारी मात्रा में कागजात जब्तकियेहैं. इसका अध्ययन करने के बाद शाम तक नकद व अन्य बरामदगी का ब्योरा दिया जा सकता है. ज्ञात हो कि छापामारी और सर्वे अभियान आयकर विभाग के बिहार-झारखंड के डीजी एसआर मल्लिक के निर्देश पर चलाया गया.