इस मौके पर 51 लोगों की शुगर और बीपी की जाँच की गई. मौके पर डॉ जेपी सिंह ने कहा कि 40 साल के ऊपर के सभी व्यक्तियों को मधुमेह की जांच की जरूरी है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति डायबिटीज के शिकार हैं और जिन्हें इसके बारे में नहीं पता हो वैसे लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मधुमेह एक जानलेवा बीमारी है. इस बीमारी से किसी को किडनी फेल, ब्रेन हेमरेज, उंगलियों का गल जाना आदि यह सभी बीमारियां होने की संभावना बनी रहती है. विशिष्ट अतिथि डॉ रागिनी अग्रवाल ने कहा कि इस उम्र में डायबिटीज की ज्यादा संभावनाएं होती है. उन्होंने कहा कि पूर्व में डायबिटीज पश्चिमी के देशों मेंअधिक होती है.
जबकि वर्तमान में पश्चिमी देशों की अपेक्षा दिन प्रतिदिन विकराल रूप लेती जा रही है. उन्होंने जिले के तमाम पुरुष एवं महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि मधुमेह एक जानलेवा बीमारी है, इससे बचने की जरुरत है. ग्लोरियस की अध्यक्ष डॉ नीतू सिंह ने उपस्थित मरीजों को बताया कि डायबिटीज है क्या, इसे कैसे पहचाना जाये और इस बीमारी से कैसे बचा जाये.
उन्होंने डायबिटीज के होने का कारण बहुत अधिक भूख व ज्यादा प्यास लगना, बार-बार पेशाब लगना, अचानक वजन कम हो जाना, बहुत अधिक थकान लगना, बार-बार संक्रमण होना, घाव का बहुत समय तक ठीक ना होना, हाथ व पैरों में झुनझुनी होना, यह सुन्न पड़ जाना, आंखों से धुंधला दिखाई देना, यौन-क्रियायों में रूकावट आना, त्वचा रुखी हो जाना या खुजली आना, ये सभी डायबिटीज के लक्षण है. सचिव दीपाली अग्रवाल ने कहा कि मधुमेह जांच शिविर का आयोजन आगामी 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर किया गया है. जिसमें लगभग 50 मरीजों को नि:शुल्क डायबिटीज की जांच की जाएगी और मुफ्त में दवा भी वितरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर लायंस क्लब की ओर से विश्व मधुमेह सप्ताह चलाया जा रहा है 19 नवंबर को कार्यक्रम का समापन किया जायेगा. मौके पर सुजाता अग्रवाल ,निरुपमा श्रीवास्तव, प्रतिमा कश्यप सहित ग्लोरियस के सभी सदस्य उपस्थित थे.