सम्मेलन के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि मुकुल राय के भाजपा में आने के साथ राज्य स्तर पर तृणमूल कांग्रेस का विनाश शुरू हो गया है. जिस तरह से कभी माकपा अपने आधिपत्य को कायम रखने के लिए नाना प्रकार की कूटनीतियों का सहारा लेती रही उसके बावजूद वह सत्ता परिवर्तन को रोक नहीं सकी. आज तृणमूल कांग्रेस भी माकपा के ही पदचिह्नों पर चल रही है. इसलिए इनकी हार निश्चित है.
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अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में शामिल हुए राहुल सिन्हा, कहा मुकुल के भाजपा में आने से तृणमूल का विनाश शुरू
सिलीगुड़ी. आगामी वर्ष 2019 के भीतर तृणमूल कांग्रेस राज्य के सत्ता से बेदखल हो रही है. भाजपा के प्रमुख नेता और राष्ट्रीय महासचिव राहुल सिन्हा ने एक कार्यक्रम के दौरान उक्त मंतव्य किया है. राहुल सिन्हा रविवार को मेडिकल कॉलेज संलग्न एक भवन में दो दिवसीय अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के कर्मी सम्मेलन के समापन अवसर […]
सिलीगुड़ी. आगामी वर्ष 2019 के भीतर तृणमूल कांग्रेस राज्य के सत्ता से बेदखल हो रही है. भाजपा के प्रमुख नेता और राष्ट्रीय महासचिव राहुल सिन्हा ने एक कार्यक्रम के दौरान उक्त मंतव्य किया है. राहुल सिन्हा रविवार को मेडिकल कॉलेज संलग्न एक भवन में दो दिवसीय अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के कर्मी सम्मेलन के समापन अवसर पर बोल रहे थे.
पहाड़ की राजनीति के संबंध में उन्होंने बताया कि पहाड़ के गोरखा लोगों के प्रति बदले की भावना से काम करते हुए मुख्यमंत्री ने वहां के हालात को अस्त-व्यस्त कर दिया है. दरअसल मुख्यमंत्री के निशाने पर गोजमुमो अध्यक्ष विमल गुरूंग नहीं हैं. निशाने पर पहाड़ के लोग भी हैं. हालांकि यह संकट पिछले आठ साल में ही तैयार नहीं हुआ है. उन्होंने गोजमुमो कार्यकर्ताओं के खिलाफ लगे सभी मामलों को बिना शर्त वापस लेने की मांग करते हुए बातचीत के जरिये गतिरोध दूर करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि पहाड़ में दमनकारी नीतियों से नहीं, बल्कि शांति की नीतियों से ही समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है.
जोे डेंगू के मच्छर नहीं मार सकता वह पीएम को क्या हटायेगा
मुख्यमंत्री के बारे में कहा कि जो मुख्यमंत्री डेंगू के मच्छरों को मार नहीं सकती, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से बाहर करने का ख्वाब देख रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि डेंगू महामारी को दबाने की साजिश चल रही है. उसकी जगह मच्छरों को मारने में शासन का उपयोग होना चाहिए. पंचायत चुनाव के बारे में कहा कि तृणमूल कांग्रेस के संत्रास का मुकाबला करते हुए वे खुद को स्थापित करेंगे. पंचायत चुनाव में लड़ाई तृणमूल कांग्रेस की सीधे भाजपा से होगी. कारण कि माकपा का अस्तित्व नहीं के बराबर है. नोटबंदी के बारे में कहा कि तृणमूल कांग्रेस के बहुत से नेता काला धन के मामलों में शामिल हैं. ऐसे नेताओं का एक हिस्सा खुद को बचाने के लिस भाजपा की तरफ आने के लिए लालायित हैं. उनमें से छानबीन कर सच्चे और ईमानदार नेताओं को चुन कर भाजपा में लिया जायेगा.
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