शिबू साेरेन रविवार काे जमशेदपुर आगमन के दाैरान सर्किट हाउस में पत्रकाराें से बातचीत कर रहे थे. जिलिंगगाेड़ा में आयाेजित एक फुटबॉल टूर्नामेंट में खिलाड़ियाें काे पुरस्कृत करने के लिए शिबू साेरेन रांची से जमशेदपुर आये थे. शिबू साेरेन ने कहा कि रघुवर दास उन्हें पिता कहते रहे हैं, वह भी उन्हें बेटा मानते हैं, मगर वह लायक नहीं है. इतना बड़ा पद मिला है, अगर रघुवर चाहते तो जनता के लिए बहुत कुछ करते, मगर सब काम कॉरपोरेट के लिए कर रहे हैं. शिबू सोरेन ने कहा कि आज रघुवर दास के पास पूर्ण बहुमत की सरकार है.
अगर वे ईमानदारी से काम करते, तो झारखंड के कोने-कोने में विकास दिखाई देता. मोमेंटम झारखंड पर शिबू सोरेन ने कहा कि केबुल कंपनी बंद पड़ी है. रघुवर केबुल काे खुलवाने काे चुनावी मुद्दा भी बनाया था. मुख्यमंत्री बने ताे टायो में भी ताला लगवा दिया. रघुवर पहले केबुल व टायो को खुलवाए, इसके बाद अन्य कंपनियों को झारखंड में न्याैता दें. विकास के लिए निवेश-कंपनियाें काे बुलाने का झामुमाे विराेध नहीं करता है, इससे लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी. सरकार काे साेचना चाहिए कि आखिर क्या वजह है कि काेई कंपनी नहीं लग पा रही है. समस्या की जड़ में जायें. सर्किट हाउस में उनके साथ विधायक चंपई साेरेन, लालटू महताे, महावीर मुर्मू, अजय रजक, प्रमाेद लाल, अरुण प्रसाद, नांटू सरकार, गुरमीत सिंह गिल आदि भी माैजूद थे.