लखीसराय : हलसी थाना में लखीसराय पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार एवं जमुई के प्रभारी पुलिस अधीक्षक मो़ सफीउल हक ने बताया कि पुलिस के लिए महेंद्र गुप्ता की सकुशल रिहाई एक चुनौती थी, जिसे पुलिस ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया है़. इसके लिए एसआइटी की पूरी टीम जिसमें शामिल एसडीपीओ सहित जिले में पदस्थापित आधे से अधिक पुलिस पदाधिकारी बधाई के पात्र हैं. टीम रात दिन खाना-पीना को त्याग कर अपराधियों के खिलाफ लगातार छापेमारी कर रही थी.
वहीं पड़ोसी जिले की पुलिस की भी अहम भूमिका रही. शुक्रवार की देर रात महेंद्र गुप्ता को बालाडीह पहाड़ के पास अपहर्ताओं के साथ मुठभेड़ के बाद सकुशल रिहा करा लिया गया, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाते हुए सभी अपहरर्ता भाग निकले. एसपी ने बताया कि आठ से 10 की संख्या में अपहर्ता थे़. उनके भागने के दौरान छूटे जूता, चप्पल व कपड़े को पुलिस ने बरामद कर लिया है़. डॉग स्कॉउड के मदद से पुलिस द्वारा अपराधियों की ट्रैकिंग की जा रही है.
एसपी श्री ठाकुर ने बताया कि शनिवार को अपहृत के निशानदेही पर जहां-जहां अपहरणकर्ताओं ने उसे रखा था, वहां छापेमारी की गयी. जिसमें सिकंदरा थाना क्षेत्र के कुरहाडीह से अजय यादव उर्फ बीरबल गिरोह के सदस्य गोरेलाल महतो के साथ एक अन्य ललन कुमार पिता सहदेव महतो को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके मोबाइल में सिम लगाकर अपहर्ता फिरौती की मांग कर रहे थे. वहीं गोरेलाल महतो के घर से पुलिस एक मास्केट भी बरामद की. एसपी ने बताया कि अपहरण के बाद तीन नवंबर से पांच नवंबर तक अपहर्ताओं ने महेंद्र को जंगल के बीच मलकाम मठ के खंडहर में रखा था.