नयी दिल्ली : गुजरात विधानसभा चुनाव के रण में भाजपा ने देश के बड़े दलित नेताओं में शुमार रामविलास पासवान को उतार दिया है. इसे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. आकाशवाणी की खबर के अनुसार, रामविलास पासवान आज गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के गुजरात गौरव महासंपर्क अभियान में शामिल होंगे. पासवान के अलावा इस आयोजन में प्रकाश जावड़ेकर, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, जेपी नड्डा भी शामिल होंगे. ध्यान रहे कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान बिहार में सक्रिय लोक जन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष हैं और देश की राजनीति के प्रमुख दलित चेहरा हैं.
रामविलास पासवान भाजपा के सहयोगी दल के पहले अहम नेता हैं, जिन्हें भाजपा गुजरात में अपने पक्ष में उतार रही है. भाजपा की इस कोशिश को दलित मतदाताओं को लुभाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. गुजरात में आठ प्रतिशत दलित मतदाता हैं. पिछले साल ऊना में कथित गौरक्षकों द्वारा दलितों की पिटाई किये जाने के बाद दलित समाज आंदोलित हो गया. जिग्नेश मेवानी दलितों के नेता के रूप में उभरे.
जिग्नेश मेवानी भाजपा के खिलाफ बयान देते रहे हैं और इस बात की संभावना है कि वे चुनाव में खुले तौर पर या मौन रूप से भाजपा का विरोध करने वाले धड़ाें का समर्थन करेंगे. राहुल गांधी व जिग्नेश मेवानी के बीच चुनावी समझौता कराने की भी कवायद जारी है. उधर, पिछड़ों-दलितों के लिए अभियान चलाने वाले अल्पेश ठाकोर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. ऐसे में रामविलास पासवान को गुजरात के चुनावी रण में उतारने की कोशिश को दलित मतदाताओं को लुभाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.