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प्रद्युम्न मर्डर : केस लेने के छह दिन बाद ही किशोर पर हुआ था सीबीआई को शक फिर…

नयी दिल्ली: रेयान इंटरनेशनल स्कूल में में प्रद्युम्न की हत्या के सिलसिले में पकड़ा गया किशोर छात्र प्रत्यक्ष तौर पर से जांच एजेंसी द्वारा केस लेने के छह दिन के भीतर ही संदेह घेरे में आ गया था. गुडगांव की एक अदालत को जांच एजेंसी ने 29 सितंबर को बताया था कि इसने संदिग्ध के […]

नयी दिल्ली: रेयान इंटरनेशनल स्कूल में में प्रद्युम्न की हत्या के सिलसिले में पकड़ा गया किशोर छात्र प्रत्यक्ष तौर पर से जांच एजेंसी द्वारा केस लेने के छह दिन के भीतर ही संदेह घेरे में आ गया था. गुडगांव की एक अदालत को जांच एजेंसी ने 29 सितंबर को बताया था कि इसने संदिग्ध के पिता के घर की तलाशी ली थी और उन सामानों को अपने पास रखने की इजाजत मांगी थी जिसे उसके घर से जब्त किया गया था. अदालत ने इसकी अनुमति दी थी. इस तलाशी अभियान को जांच ब्यूरो ने गुप्त रखा था क्योंकि एजेंसी इस हत्याकांड में किशोर छात्र के शामिल होने के बारे में और साक्ष्य एकत्र करने की कोशिश कर रही थी.

यह पूछने पर कि क्या जांच के दौरान किशोर पर किसी प्रकार का शक था, 22 सितंबर को केस लेने वाली इस जांच एजेंसी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा. रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा का छात्र प्रद्युम्न आठ सितंबर को स्कूल के शौचालय के पास पड़ा मिला था. उसका गला कटा हुआ था. घटना से एक घंटा पहले उसके पिता ने उसे स्कूल छोडा था. जांच एजेंसी ने इसी स्कूल के 11वीं कक्षा के छात्र को हत्या के मामले में पकड़ा था. सूत्रों ने बताया कि इस मामले में और लोगों के शामिल होने की संभावना का जांच एजेंसी पता लगा रही है लेकिन अभी तक इस संबंध में किसी से न तो पूछताछ की गयी है और न ही किसी को हिरसात में लिया गया है.

पुलिस ने जल्दबाजी में बनाया था आरोपी
गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल के दूसरी के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या मामले में सीबीआई द्वारा बड़ा खुलासा बस क्लीनर अशोक के लिए राहत लेकर आया है. गुरुग्राम पुलिस द्वारा गिरफ्तार बस कंडक्टर को सीबीआइ ने क्लीन चिट दे दी. सीबीआइ ने स्कूल के 11वीं के स्टूडेंट को मंगलवार रात गिरफ्तार किया था. इसके बाद से क्लीनर की गिरफ्तारी सवालों के घेरे में थी. अशोक के वकील मोहित वर्मा ने शुक्रवार को मीडिया को बताया की सीबीआई ने कहा कि अशोक ने हत्या नहीं की है. एजेंसी ने उसे क्लीन चिट दे दी है. अशोक की जमानत पर 16 को सुनवाई होगी. सूत्रों से पता चला कि केस की शुरुआती जांच में पुलिस की जल्दबाजी और लापरवाही के चलते ही बस क्लिनर अशोक को आरोपी बनाया था. यहां तक कि पुलिस ने ही हत्या में प्रयुक्त चाकू बताकर, वो हथियार भी प्लांट किया था. उस वक्त गुड़गांव पुलिस ने दावा किया था कि आरोपी अशोक ने वह चाकू आगरा की किसी दुकान से खरीदकर बस की टूल किट में रखा था. उल्लेखनीय है कि इस केस में गुरुग्राम के बार एसोसिएशन के सभी वकीलों ने आरोपी की ओर से केस लड़ने से मना कर दिया था. इसके बाद रोहतक के वकील मोहित वर्मा, आरोपी अशोक का केस लड़ने के लिए आगे आये थे. अब एजेंसी एक और छात्र की भूमिका की जांच कर रही है. जो आरोपी छात्र के साथ था. जिसने स्कूल के माली और टीचर को बताया था कि प्रद्युम्न खून से लथपथ पड़ा है.

सीसीटीवी में हत्या से पहले प्रद्युम्न के साथ टॉयलेट में जाते दिखा आरोपी छात्र
सीबीआइ के मुताबिक स्कूल की गैलरी में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में आरोपी छात्र प्रद्युम्न के साथ बाथरूम की तरफ जाता दिख रहा है. यहां तक कि प्रद्युम्न के कंधे पर हाथ भी दिख रहा है. सीबीआई ने फुटेज के हवाले से खुलासा किया है कि वारदात के दिन आरोपी छात्र प्रद्युम्न के साथ बाथरूम में गया था. कुछ देर बाद वह अकेले ही बाथरुम से बाहर आता दिख रहा है. जबकि फुटेज में वारदात से पहले ही बस कंडक्टर को बाथरूम में जाते और बाहर निकलते देखा जा सकता है. एफएसएल हरियाणा ने चाकू की जांच की है. हत्या में इस्तेमाल हथियार के रूप में उसकी पहचान भी कर ली है. सही बात ये है कि हत्या में प्रयुक्त चाकू सोहना की विशेष दुकान से खरीदा गया था. गुरुवार देर शाम को सीबीआई आरोपी छात्र को लेकर सोहना अनाज मंडी पहुंची.

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