जामताड़ा : शुक्रवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रमुख कार्यालय में उपप्रमुख असित मंडल ने प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा में मजदूरों का फंड नहीं है और ना ही मेटेरियल का फंड है. लोग चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन कोई पैसा नहीं मिल रहा है. मजदूरों को काम मिल रहा, लेकिन मजदूरी का […]
जामताड़ा : शुक्रवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रमुख कार्यालय में उपप्रमुख असित मंडल ने प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा में मजदूरों का फंड नहीं है और ना ही मेटेरियल का फंड है. लोग चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन कोई पैसा नहीं मिल रहा है. मजदूरों को काम मिल रहा, लेकिन मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है.
कार्यालय में पदाधिकारी से पूछे जाने से बताया जाता है कि कोई फंड नहीं है, जो दुख की बात है. मनरेगा जैसा योजना में भी फंड नहीं है और ना ही भत्ता की व्यवस्था है. नियम के अनुसार 15 दिन में भुगतान नहीं होता है तो मजदूरों को उसका भत्ता देना है. आज दिन तीन महीना पार होने चला है, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है. उन्होंने मांग किया है कि सारे मजदूरों को उसका भत्ता सहित भुगतान जल्द किया जाये और मनरेगा में फंड उपलब्ध कराया जाये.
इससे किसानों को मजदूरों को काम मिल सके. नहीं तो यहां के मजदूर अन्य शहरों में पलायन करने को विवश हो जायेंगे. कहा कि जामताड़ा प्रखंड में शौचालय एवं प्रधानमंत्री आवास योजना जामताड़ा प्रखंड आगे है, लेकिन लक्ष्य 100 प्रतिशत 15 नवंबर तक पूरा कर लेंगे, यह संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि पंचायत समिति सदस्य को फंड नहीं देना सरकार को इसकी कीमत चुकाना पड़ेगा. सरकार जनप्रतिनिधियों से सौतेला व्यवहार कर रही है. चुनाव कराकर सरकार ने फुटपाथ में छोड़ दिया गया है. आने वाला चुनाव में सरकार को मुंहतोड़ जवाब देंगे.