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कोडरमा : जिले में अवैध अंग्रेजी शराब के गोरखधंधे में सीआईडी ने बड़ी कार्यवाही की है. राज्य सरकार के निर्देश पर पिछले दिनों अवैध अंग्रेजी शराब के धंधे की जांच सीआईडी को सौंपी गयी थी. CID ने जांच के दौरान मिले सबूत व जानकारियों के बाद आजसू के विधानसभा प्रभारी संजय यादव पर दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की है. पहली प्राथमिकी तिलैया थाना में तो दूसरी प्राथमिकी डोमचांच थाना में दर्ज की गयी है. ये दोनों मामले पूर्व में दर्ज किए गए उत्पाद विभाग के द्वारा केस के संदर्भ में अब थाना में दर्ज किया गया है. जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 में 29 अगस्त को डीसी संजीव कुमार बेसरा के निर्देश पर डोमचांच के ढोढाकोला में अवैध शराब की फैक्ट्री संचालित होने की सूचना पर प्रशासनिक टीम ने छापेमारी की थी. इस दौरान भारी मात्रा में शराब, स्प्रिट, रैपर व अन्य सामान बरामद हुआ था.
प्रशासनिक टीम शराब बनाने की मशीन जब्त कर नहीं ला पायी थी. हालांकि इसके बाद इतने बड़े मामले में उत्पाद विभाग ने केस दर्ज किया और मात्र गिरफ्तार आरोपी के बयान पर उसे नामजद करते हुए उत्पाद विभाग के द्वारा ही केस दर्ज किया गया था. बाद में अनुसंधान के क्रम में विभाग के अनुसंधानकर्ता ने इस मामले में आजसू नेता संजय यादव व अन्य लोगों को भी आरोपी बनाते हुए अदालत में जानकारी समर्पित की थी. इसके बाद कुछ दिनों तक मामला शांत हो गया था, पर बिहार में पहले से लागू शराबबंदी को लेकर शराब की अवैध तस्करी धड़ल्ले से जारी थी. स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने के बीच उस समय बिहार पुलिस की छापामारी ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया था. इसी वर्ष जनवरी के महीने में बिहार एसटीएफ व पुलिस ने तिलैया के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब जब्त किया था.
इस बरामदगी के कुछ दिनों बाद ही तिलैया पुलिस ने बिशनपुर रोड स्थित आश्रम के पास से करीब 1796 पेटी शराब जब्त किया था. इस मामले में भी पुलिस के द्वारा केस नहीं दर्ज कर उत्पाद विभाग ने FIR दर्ज की थी. अवैध शराब के धंधे में कई लोगों के संलिप्त होने की बात सामने आयी थी. हालांकि पहले से दर्ज मामले में पुलिस टीम ने भारी दबाव के बीच कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि कई आरोपी फरार चल रहे थे. इसी बीच नए घटनाक्रम में रांची में नकली शराब पीने से कई लोगों की मौत के बाद राज्य सरकार ने अवैध शराब के धंधे की सीआईडी जांच के आदेश दे दिए. पिछले माह शुरू हुई सीआईडी जांच के बाद इन दो मामलों में CID ने संज्ञान लेते हुए थाना में आपराधिक मामला दर्ज करवा दिया है. बताया जाता है कि अपराध अनुसंधान विभाग के पदाधिकारी मामले की तेजी से जांच कर रहे हैं.
जांच के दौरान मिली जानकारियों के बाद विभाग के पदाधिकारियों ने आदेश प्राप्त कर तिलैया व डोमचांच थानां में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया. CID ने तिलैया थाना में उत्पाद विभाग के द्वारा पूर्व में किए गए केस 112/17 की जगह पर अब नई प्राथमिकी दर्ज करायी है. कांड संख्या 317 /17 में संजय यादव को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है. ये प्राथमिकी CID टीम के पुलिस निरीक्षक अरुण कुमार के द्वारा दर्ज करायी गयी है. आवेदन में कहा गया है कि जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि शराब का अवैध धंधा बड़े स्तर पर संचालित हो रहा था. शराब की शुद्धता पर भी प्रश्नचिंह लगा है. अवैध शराब के धंधे में कई लोग शामिल है.
इस शराब का स्वास्थ्य पर भी असर पढ़ सकता है. वहीं डोमचांच थाना में उत्पाद विभाग के द्वारा नकली शराब की फैक्ट्री संचालन को लेकर दर्ज कांड संख्या 1148/16 के आधार पर अब सीआईडी ने नया मामला दर्ज कराया है. दोनों ही मामलों की जांच अब सीआईडी अपने स्तर से करेगी. पुलिस निरीक्षक विनय कुमार सिंह प्रभारी प्रशिक्षण शाखा अपराध अनुसंधान विभाग इन मामलों की जांच करेंगे. ज्ञात हो कि बिहार में लागू शराबबंदी के बाद कोडरमा क्षेत्र से अवैध शराब की तस्करी बड़े पैमाने पर होती रही है. इस मामले में बीते वर्ष संजय यादव सहित कई लोगों का नाम सामने आया था. फिलहाल शराब तस्करी के मामले में ही संजय यादव बिहार के जेल में बंद है.