बिहार में जिस जगह गये थे, वहां से उपरोक्त दोनों पीड़ित हुए हैं. ज्ञात हो कि गुमला, तपकारा व सिसई प्रखंड में डेंगू के मरीजों की संख्या 14 हो गयी है, लेकिन इससे बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग गुमला द्वारा कोई विशेष पहल नहीं की जा रही है. गुमला के इस्लामपुर में डेंगू से 10 दिन पूर्व दो बच्चियों की मौत हो चुकी है. साथ ही सात लोग डेंगू से पीड़ित पाये गये हैं, जिनमें तीन मरीज का इलाज रांची के मेडिका में चल रहा है. वहीं सिसई रोड में एक मरीज, आजाद बस्ती में एक व तपकारा में एक मरीज पाया गया है.
इस संबंध में सीएस डॉ एसएन झा से पूछे जाने पर बताया कि मीडिया रांची से इलाजरत तीन मरीज को जोड़ कर 14 मान रही है, लेकिन जिले में मात्र 11 मरीज हैं. डेंगू के प्रकार के संबंध में कहा कि मैंने रक्त को रांची भेजा है, वहां से जांच रिपोर्ट नहीं आयी है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. वहीं डेंगू से बचाव के संबंध में कहा कि डेंगू से बचने के लिए कोई विशेष दवा नहीं बनी है. जागरूकता ही डेंगू से बचा जा सकता है. डेंगू से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग, कहीं भी खुले में जलजमाव नहीं होने दें. घर में उपयोग होने वाले पानी को भी ढंक कर रखें. बुखार, पेट दर्द व उल्टी होने पर चिकित्सक के पास जाकर दिखाने की अपील की है.