पदमा:थाना क्षेत्र ते नचनब्बे गांव से एक नवंबर की रात एक युवती को अगवा करने और दुष्कर्म के बाद जंगल में छोड़ देने का मामले प्रकाश में आया है. इसे लेकर पदमा ओपी में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जानकारी के अनुसार युवती घर से शौच के लिए बाहर निकली थी. इसी दौरान उसे अगवा कर लिया गया.
बताया जाता है कि गांव के ही विनय ठाकुर (पिता-जगदीश ठाकुर) ने अपने जीजा इटखोरी निवासी सुनील कुमार और चाचा राजेंद्र ठाकुर के साथ मिल कर उसे जबरन मारुति वैन में बैठा लिया. उसके बाद उसके साथ बलात्कार किया, फिर जंगल में छोड़ कर फरार हो गये.
युवती तीन दिन तक जंगल में भटकती रही. किसी तरह वह इटखोरी मोड़ पहुंची. उसके बाद पैदल चल कर तीन नवंबर को नचनब्बे गांव स्थित अपना घर पहुंची. यहां उसने परिजनों को आपबीती सुनायी. घटना के बाद युवती के पिता नरेश सिंह ने पदमा ओपी में लिखित आवेदन देकर तीनों पर पुत्री को अगवा कर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी.
पदमा ओपी प्रभारी वीरेंद्र हांसदा ने इस संबंध में बताया कि एक नवंबर को नरेश सिंह ने पुत्री को विनय ठाकुर द्वारा अगवा करने का आवेदन दिया था. पुलिस खोजबीन कर ही रही थी. इसी बीच युवती घर लौटी. फिलहाल लड़की के बयान पर तीनों आरोपियों पर 376 का मामला दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है.