शनिवार को उरीमारी के सिदो-कान्हू चौक स्थित आदिवासी कार्यालय में कौलेश्वर गंझू की अध्यक्षता व मोहन मांझी के संचालन में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. वक्ताओं ने कहा कि हाइवा डंपरों से कोयला डिस्पैच होने के कारण रोड सेल ट्रकों का लगना कम हो गया है. इसका असर क्षेत्र के लोगों पर पड़ रहा है. ग्रामीणों ने लोकल सेल की तर्ज पर प्रबंधन कोयला का डिस्पैच सुनिश्चित करने को कहा. विस्थापित नेता दसइ मांझी ने कहा कि जनाक्रोश रैली को ऐतिहासिक बनाया जायेगा.
बैठक को भवानीशंकर प्रसाद, दिनेश करमाली, सूरज बेसरा, सोनाराम हेंब्रम, बहादुर मांझी, मोहन सोरेन, कार्तिक मांझी, रैना मांझी, जीतन मुंडा, सुखू मांझी, बेनीलाल मांझी, तुलसी उरांव ने संबोधित किया. मौके पर कौलेश्वर मांझी, परमेश्वर सोरेन, तुलसी करमाली, हेमलाल बेसरा, विनोद हेंब्रम, विनोद सोरेन, मुकद्दर सोरेन, तालो हांसदा, दीपक करमाली, जलेश करमाली, आजाद मुर्मू, सुरेश मुर्मू, जितेंद्र हांसदा, सुखदेव किस्कू, जितेंद्र यादव, राजू पंवरिया, सोमरा पंवरिया, सुबित राम किस्कू, सत्यनारायण बेदिया, शिकारी टुडू, भादो करमाली, पूरन टुडू, सिकंदर सोरेन उपस्थित थे.