मुंबई: पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की इकलौती बेटी दीना वाडिया का गुरुवार को न्यू यॉर्क स्थित उनके आवास पर निधन हो गया. वाडिया समूह के एक प्रवक्ता ने बताया कि वह 98 वर्ष की थीं. वाडिया समूह ने एक बयान में कहा कि दीना वाडिया के परिवार में उनके पुत्र एवं वाडिया समूह के अध्यक्ष नुसली एन वाडिया, पुत्री डीएन वाडिया और पोते नेस और जेह हैं. दीना वाडिया के बारे में खास यह है कि सन 1947 में पाकिस्तान का भारत से अलग होने के बावजूद उन्होंने भारत में ही रहने का फैसला किया था.
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दीना का जन्म लंदन में 14-15 अगस्त की रात को 1919 में हुआ था. दीना वाडिया ने मुस्लिम के बजाय पारसी कारोबारी नेस वाडिया से शादी की थी और बंटवारे के बाद भारत में रहने का फैसला किया था. कहा जाता है कि अपनी बेटी के इस फैसले से मोहम्मद जिन्ना को गहरा सदमा लगा था. बाद में दीना अमेरिका में जाकर बस गयीं और दो बार ही पाकिस्तान गयीं.
दीना वाडिया के बारे में कहा जाता है कि लंदन के एक थिएटर में मूवी के देखते समय पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की हिंदू पत्नी रति जिन्ना ने दीना को जन्म दिया था. इसके बाद उन्होंने पारसी कारोबारी नेविली वाडिया से शादी की थी और विभाजन के बाद भारत में ही रहने का फैसला किया था.
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दीना की शादी पर जिन्ना के कहा था कि भारत में हजारों मुस्लिम लड़के हैं, तुम्हें वही एक मिला था. पिता के सवाल पर दीना ने जवाब दिया कि इस देश में हजारों मुस्लिम लड़कियां थीं. फिर आपको शादी करने के लिए मेरी मां ही मिली.
मोहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल और संस्थापक बने. जिन्ना को पाकिस्तान में राष्ट्रपिता का दर्जा दिया प्राप्त है. दीना अपने जीवन में केवल दो बार पाकिस्तान गयीं. अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुई थीं.