सीवान : हुसैनगंज के माहपुर खजरौनी निवासी राशिद सरकार हत्याकांड में मुखिया हरेराम यादव के न्यायालय में सरेंडर के बाद इस मामले में कुल पांच आरोपित जेल में बंद है. इनमें कुख्यात विश्वकर्मा बिंद, बड़कू मियां, प्रदीप तिवारी, टुन्ना खान व हरेराम यादव शामिल हैं. पुलिस को अब सरेयां निवासी टिमल साह की तलाश है,
जो घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए खाक छान रही है. बता दें कि 27 जून 2017 की रात राशिद सरकार की हत्या उसके घर में घुसकर कर दी गयी थी. इसके बाद लोगों का आक्रोश भड़क गया था और काफी संख्या में लोगों ने जेल में बंद बघौनी निवासी विश्वकर्मा बिंद के घर पर हमला कर उसके घर में आग लगा दी थी
और संपत्ति की भी तोड़फोड़ की थी. विश्वकर्मा पर जेल में बंद रहकर साजिश रच कर राशिद की हत्या का आरोप लगाया गया था. इस मामले में राशिद के पिता जाहिर मियां ने अपने बेटे की हत्या का आरोप विश्वकर्मा बिंद, बड़कु मियां, टीमल साह व हरेराम यादव मुखिया पर लगाया था.
पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद बड़कु मियां ने इस हत्याकांड में अहम खुलासे किये. इसके बाद इस मामले में प्रदीप तिवारी व टुन्ना खान का नाम आया. इन दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया. इस मामले में माहपुर खजरौनी निवासी सलमान मियां व हमीमुल्लाह का नाम भी सामने आया है. इस पर प्राथमिक स्तर से जांच के बाद एसपी सौरभ कुमार शाह इसकी जांच कर रहे हैं. इसके बाद ही यह मामला पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगा. इन दोनों के भाग्य का भी फैसला होगा.
आपसी साजिश में इस हत्याकांड में इन दोनों के शामिल रहने की बात भी पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आयी थी.
क्या कहते हैं एसपी
राहुल अपहरण व हत्याकांड में 14 आरोपित जेल में बंद हैं. आजाद मियां की गिरफ्तारी में पुलिस जुटी है. शीघ्र ही उसकी गिरफ्तारी की जायेगी. आजाद की गिरफ्तारी के बाद से उसके दाढ़ी वाले गुमनाम साथी की पहचान हो सकेगी. आजाद के खिलाफ कुर्की के लिए कोर्ट से आग्रह किया गया है. कोर्ट के आदेश का इंतजार है. आदेश मिलते ही कुर्की की कार्रवाई की जायेगी.
सौरभ कुमार शाह, एसपी, सीवान