इस दौरान कर्मियों ने कॉलेज के सचिव पर कई आरोप लगाये. कर्मियों ने कहा की जब तक सचिव केदार दांगी, पूर्व प्राचार्य नेपाल राम प्रजापति व सहायक शिक्षक शशिकांत राकेश पर एफआइआर दर्ज नहीं किया जाता, तब तक तालाबंदी जारी रहेगी. बताया कि डीसी संदीप सिंह के निर्देश के बावजूद अबतक डीइओ द्वारा उक्त लोगों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी है. कॉलेज विकास की राशि का गबन करने का आरोप उक्त लोगों पर है.
पूर्व कृषि मंत्री सत्यानंद भोगता ने उपायुक्त से राशि गबन करने की शिकायत की थी. एसडीओ द्वारा मामले की जांच के बाद आरोप सही पाया गया. इसके बावजूद एफआइआर दर्ज नहीं किये जाने से कॉलेज कर्मियों व विद्यार्थियों में रोष है. इस दौरान कर्मियों ने प्रदर्शन भी किया. मौके पर कई कर्मी उपस्थित थे.