वाशिंगटन : डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान अपने अभियान दल के रूसी सरकार के साथ कथित संबंधों की जांच को लेकर एक बार फिर हताशा जाहिर करते हुए ट्विटर पर कहा है कि रुस को लेकर उनकी प्रतिद्वन्द्वी रह चुकीं हिलेरी क्लिंटन द्वारा दिए गए लिंक तथ्यों से परे हैं. सुबह-सुबह डाले गये पांच ट्वीट में से एक में ट्रंप ने कहा है कुछ कीजिये… इससे पहले, शुक्रवार की देर रात को सीएनएन की एक खबर में कहा गया था कि वाशिंगटन में संघीय ग्रांड ज्यूरी ने रूसी रिश्तों की आपराधिक जांच में शुरुआती आरोपों को मंजूरी दे दी है. यह जांच विशेष काउंसेल रॉबर्ट म्यूलेर की अगुवाई में की जा रही है. ट्रंप के कानूनी दल के एक सदस्य टाई कोब ने बताया कि राष्ट्रपति ने सीएनएन की खबर का संदर्भ नहीं दिया है. कोब ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति जांच में विशेष काउंसेल के साथ सहयोग कर रहे हैं.
राष्ट्रपति और व्हाइट हाउस का कहना है कि राष्ट्रपति के प्रचार अभियान दल और रुस के बीच कोई संबंध नहीं था. दोनों ने ही क्लिंटन की ओर संकेत किया और कहा है कि इस आरोप की पीछे की असलियत मास्को को उस समय की गई यूरेनियम की बिक्री है जब हिलेरी विदेश मंत्री थीं. अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि ट्रंप को लाभ पहुंचाने के लिए रुस ने चुनाव में हस्तक्षेप किया था. इस निष्कर्ष को ट्रंप ने स्वीकार नहीं किया है. म्यूलेर और कांग्रेस ट्रंप के सहयोगियों तथा रूस के बीच संबंधों के आरोपों की जांच कर रहे हैं. ट्वीट में ट्रंप ने कहा है कि राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान हिलेरी के अभियान दल ने ट्रंप पर राजनीतिक शोध के लिए आर्थिक मदद दी जिससे रुस के साथ उनके संबंधों के बारे में आरोपों का एक डोजियर तैयार हुआ.
उन्होंने यूरेनियम की बिक्री, हिलेरी के विदेश मंत्री रहते हुए उनके निजी ईमेल सर्वर से किए गए हजारों ईमेल (जिन्हें बाद में हिलेरी ने डिलीट कर दिया) और तत्कालीन एफबीआई निदेशक जिम कोबे के, गोपनीय सूचना के बारे में संभावित तौर पर सही कदम न उठाने के लिए हिलेरी के खिलाफ आपराधिक आरोप न लगाने के फैसले की ओर संकेत किया. ट्वीट में उन्होंने कहा इसके बजाय वे ट्रंप-रूस संबंधों को देख रहे हैं जो कि है ही नहीं। डेमोक्रेट्स और क्लिंटन की ओर से कई गलतियां की गईं और अब तथाकथित तथ्य बताये जा रहे हैं. अंतिम ट्वीट में ट्रंप ने कहा है कि एक बार फिर रुस को लेकर मुद्दा बनाना संयोगवश नहीं है. ऐसे समय पर रुस को लेकर चर्चा की जा रही है जब रिपब्लिकन ऐतिहासिक कर कटौती और सुधार के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं. क्या इसे संयोग कहा जाएगा? बिल्कुल नहीं.
रिपब्लिकन पार्टी के सांसद बुधवार को एक कर कटौती विधेयक पेश करेंगे जिसके लिए इस ग्रांड ओल्ड पार्टी (जीओपी) के सांसद तथा ट्रंप बहुत जोर दे रहे हैं.
All of this "Russia" talk right when the Republicans are making their big push for historic Tax Cuts & Reform. Is this coincidental? NOT!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 29, 2017