गया : चरोखरी पंचायत के रघुनाथपुर के रहने वाले राशन डीलर को अपराधियों ने बुधवार की देर शाम घर से जबरन खींच कर कुछ दूरी पर ले जाकर गोली मार कर हत्या कर दी. वारदात के बाद सभी अपराधी मौके से फरार हो गये. बताया जाता है कि अपराधी पांच की संख्या में थे और सभी काले कपड़े पहने थे. साथ ही उनका चेहरा भी ढंका हुआ था.
फतेहपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेने में जुटी रही, पर गांववाले देर रात तक शव को उठाने नहीं दिया था. देर रात घटनास्थल पर डीएसपी अभिजीत सिंह भी पहुंचे और गांववालों से बातचीत शुरू कर दी. राशन डीलर धर्मेंद्र पासवान देर शाम पहाड़पुर बाजार से अपने गांव को लौटा था. बताया जाता है कि डीलर का दो मकान है. एक मकान पक्के का है, तो दूसरा मिट्टी का है. वह मिट्टी वाले घर में गया और अपनी मां से खाना देने की बात कही. पता चला है कि छठ के मौके पर उसकी पत्नी मायके गयी हुई है.
खाना निकाला ही जा रहा था कि पांच की संख्या में नकाबपोश लोग आये और धर्मेंद्र को आवाज देकर बुलाया. आवाज सुन कर धर्मेंद्र घर के अंदर से मुख्य दरवाजे पर पहुंचा ही था कि अपराधी उसे जबरन खींच कर ले जाने लगे. इस बीच धर्मेंद्र के घर की महिलाएं बाहर निकलीं और शोर मचाने लगी.
यही नहीं पास के मकान से धर्मेंद्र के बड़े भाई ने शोर सुन कर आवाज दी और अपराधियों को ललकारा. बावजूद इसके अपराधी राशन डीलर को तेजी के साथ घसीट कर एक आहर के निकट ले गये और ताबड़तोड़ पांच गोलियां उसके शरीर में दाग फरार हो गये. इससे धर्मेंद्र की मौके पर ही मौत हो गयी. गोली चलने की आवाज सुन कर गांव के लोग मौके पर जुटे व पुलिस को घटना की सूचना दी. इधर, धर्मेंद्र के घर वाले घटनास्थल पर पहुंचे दहाड़ मार-मार कर रोने लगे. पूरे गांव में मातम पसर गया.
मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत करा कर शव को उठाने की कोशिश की, तो गांव वालों ने विरोध कर दिया. शव रोक कर गांववाले तत्काल प्रभाव से अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गये. बताया जाता है कि धर्मेंद्र के पिता कुलेश्वर पासवान की भी हत्या 12 वर्ष पूर्व हुई थी. उनकी हत्या के बाद ही धर्मेंद्र को डीलर का काम मिला था.
इधर, देर रात वजीरगंज के डीएसपी रघुनाथपुर पहुंच कर गांववालों व धर्मेंद्र के परिजन से बातचीत करने में जुट गये. डीएसपी ने बताया कि मृतक के परिजनों से बातचीत की जा रही है. अपराधी जल्द हिरासत में होंगे.