घोघा /दाहेज /बड़ोदरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कठोर सुधारों को जारी रखने की बात दोहराते हुए कहा कि ऐसे ही फैसलों से अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटी है. दुनिया भी मान रही है कि भारत सही दिशा में बढ़ रहा है. नोटबंदी से जहां काले धन पर अंकुश लगा है, वहीं जीएसटी से बिजनेस कल्चर विकसित हुआ है.
गुजरात विस चुनाव की तिथियों के एलान नहीं होने की आलोचना पर कहा कि मुद्दाविहीन विपक्ष चुनाव आयोग और मेरी गुजरात यात्रा पर सवाल खड़े कर रहा है. एक महीने में अपनी तीसरी गुजरात यात्रा में पीएम मोदी ने रविवार को सबसे पहले घोघा में 650 करोड़ रुपये की लागत वाले अपने ड्रीम प्रोजेक्ट रो-रो फेरी सर्विस का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि हम देश को 21वीं सदी की परिवहन प्रणाली देना चाहते हैं. सरकार ने नयी पोत परिवहन नीति तैयार की है. 106 राष्ट्रीय जल मार्गों के निर्माण का कार्य शुरू किया है.
अकेले सागरमाला प्रोजेक्ट से एक करोड़ नौकरियां पैदा होंगी और न्यू इंडिया का निर्माण होगा. आनेवाले दिनों में नौवहन विवि और लोथल में नौवहन संग्रहालय का शुभारंभ होगा.
दाहेज में रैली में मोदी ने कहा कि हमने देश में एक नयी कार्य संस्कृति तैयार की है, जो जवाबदेह व पारदर्शी है. इसकी वजह से दो गुना गति से सड़कें बन रही हैं, दो गुना गति से रेल लाइनें बन रही हैं. योजनाओं पर ड्रोन से निगरानी की जा रही है. जीएसटी से व्यापारियों को डरने की जरूरत नहीं है. आश्वस्त किया कि कारोबारियों को पुराने खातों की जांच के नाम पर परेशान नहीं किया जायेगा. ईमानदारी के दम पर ही कमाई होती है.
क्या है रो-रो सेवा : रो-रो मतलब रोल ऑन/रोल ऑफ सेवा. किसी सामान को लादना और फिर उसे उतारना. इसमें जहाजों को इस तरह से तैयार किया जाता है, जिनमें ट्रकों, कारों, सेमी-ट्रेलर ट्रकों, ट्रेलर्स और अन्य चीजों को लादा जा सके. यह लिफ्ट ऑन सर्विस से ठीक उलट है, जिसमें क्रेन से सामान को उठाया जाता है और दूसरे स्थान पर रखा जाता है.
क्या होगा लाभ : दक्षिण गुजरात के दाहेज व सौराष्ट्र के घोघा के बीच सड़क के रास्ते करीब 360 किलोमीटर की दूरी रो-रो फेरी के जरिये समुद्री रास्ते से मात्र 31 किमी हो जायेगी. पहले यह दूरी बस से तय करनी होती थी. फेरी से करीब 100 वाहन व 250 लोग आ-जा सकेंगे.